देहरादून: प्रदेश को आर्थिक रूप से संतुलित विकास की ओर ले जाने में एम.एस.एम.ई. की महत्वपूर्ण भूमिका है। पलायन रोकने व गरीबी उन्मूलन में एम.एस.एम.ई. सेक्टर सहायक सिद्ध हो सकता है। एम.एस.एम.ई. सेक्टर को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार वचनबद्ध है। यह बात मुख्यमंत्री हरीश रावत ने निरंजनपुर स्थित एक स्थानीय होटल में उद्योग विभाग राज्य कर्मचारी संगठन के द्विवार्षिक अधिवेशन के अवसर पर कही। मुख्यमंत्री श्री रावत ने अधिवेशन का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। साथ ही उद्योग विभाग राज्य कर्मचारी संगठन द्वारा प्रकाशित स्मारिका जागृति का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें अपने पारंपरिक शिल्प व हस्तकला को प्रोत्साहित करना होगा। राज्य सरकार ने एम.एस.एम.ई. (सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग) नीति लागू कर दी है, जिसको धरातल पर उतारने का काम हम सभी को करना होगा। एम.एस.एम.ई. सेक्टर को मजबूत करने के लिए अलग से विभाग का गठन किया जायेगा। साथ ही अलग से निदेशक की भी तैनाती की जायेगी। एम.एस.एम.ई. सेक्टर के लिए अगले 10 वर्ष के लिए कार्ययोजना तैयार की जाय। उन्होंने कहा कि बडे उद्योगों के साथ ही लघु उद्योगों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। पर्वतीय क्षेत्रों में उद्योगों को प्रोत्साहित किया जाय। सूक्ष्म, लघु, मध्यम, उद्यम निदेशालय के लिए आवश्यकतानुसार ढांचा तैयार किया जाय। ऐसे प्रयास किये जाय, जिससे अधिक से अधिक लोगो को स्वरोजगार से जोड़ा जा सके। पापड़ी काष्ठ कला केन्द्र, कालीन बुनाई प्रशिक्षण केन्द्र एवं शाॅल बुनाई प्रशिक्षण केन्द्र को फिर से पुनर्जीवित किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए प्रदेश में 2000 क्राफ्टवूमेन को प्रशिक्षण दिया जायेगा। जो अन्य महिलाओं को प्रशिक्षण देने का काम करेगी। इसी प्रकार से स्वयं सहायता समूह द्वारा बनाये जाने वाले उत्पादों को बाजार उपलब्ध हो सके लिए भी प्रयास किये जा रहे है। सरकारी विभागों में ऐसे उत्पादों की खरीद के लिए भी नीति तैयार की जा रही है।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल ने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत की सोच उत्तराखण्ड के समग्र विकास की है। इस सोच को हमे आगे बढ़ाना है। पलायन रोकने में एम.एस.एम.ई. महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस सेक्टर को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार वचनपबद्ध है।
इस अवसर पर उद्योग मित्र परिषद के उपाध्यक्ष विवेकानंद खण्डूड़ी, प्रमुख सचिव एम.एस.एम.ई. श्रीमती मनीषा पंवार, अपर निदेशक सुधीर चन्द्र नौटियाल, कर्मचारी नेता ठाकुर प्रहलाद सिंह, उद्योग विभाग राज्य कर्मचारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष माधो सिंह रावत, के.सी.चमोली आदि उपस्थित थे।