देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर कैन्ट रोड़ स्थित मुख्यमंत्री आवास में सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तिका ‘‘उभरता उत्तराखण्ड-उन्नत उत्तराखण्ड‘‘ का विमोचन किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य स्थापना के 15वर्षों की यात्रा मेें उत्तराखण्ड ने विभिन्न क्षेत्रों में काफी प्रगति की है। राज्य के विकास में लाखों लोगों के हाथ जुड़े हैं। राज्य ने इन 15 वर्षों में विकास के जो नये आयाम प्राप्त किये हैं, उसमें सबका योगदान है। यह हम सबकी एकजुटता का प्रतिफल है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड वर्तमान में अन्य राज्यों के मध्य तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था वाला राज्य है। हिमालयी राज्यों में हमारी माॅडल स्टेट के रूप में पहचान बनी है। प्रति व्यक्ति आय में हम दूसरे नम्बर पर हैं। वर्ष 2013 का विध्वंस भी हमारी कर्मशीलता को विध्वंस नहीं कर सका। हम उस कठिन दौर से आगे बढ़े हैं। केदारनाथ विध्वंस का हमने सामना किया है। यह हमारी सामुहिक एकता का प्रतीक है। आपदा के बाद 10 लाख यात्रियों का यहाँ आना इसका प्रमाण है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में बेहतर है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास अक्टूबर 2016 तक राज्य को विकास की नयी ऊँचाईयों तक पहुँचाने का है। 500 से अधिक सड़कों पर तेजी से काम किया जा रहा है। लगभग 1000 अन्य योजनाओं पर कार्य चल रहा है। चारधाम यात्रा हमारी बेहतर सड़कों के कारण सुगम हो, हम यात्रा के लिये लोगों को आकर्षित कर सकें और यात्रा निर्बाध रूप से संचालित हो इसके लिये हम प्रयासरत् हैं।
उन्होंने मीडिया से राज्य के विकास में सहयोग की अपेक्षा करते हुये कहा कि मीडिया लोकतंत्र का परिपक्व साधन है। लोकतंत्र में विश्वास की बुनियाद इन्ही से बनती है। मीडिया का सकारात्मक सहयोग चारधाम यात्रा सहित पर्यटन को बढावा देने में मददगार हो सकेगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड से लोगों का काफी लगाव है। हर की दून से मुनस्यारी तक लाखों लोगों का आवागमन हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अपने राज्य के 30 लाख लोगों के जीवन में बदलाव लाना है। उन्हें साधन व समानता उपलब्ध करानी है। इसके लिये प्रदेश के विकास की दौड़ में पीछे रह गये 30 लाख लोगों की सहायता के लिये हम सभी को आगे आना होगा। हम गांवों को विकास का माॅडल बनाने का कार्य कर रहे हैं। तेजी से हो रहे पलायन को रोकने का हम कार्य करेंगे। अगले 7 वर्षों में हम सम्भावनाहीन क्षेत्रों को सम्भावनायुक्त क्षेत्रों में बदलेंगे, ताकि लोग अपने गाँवों की ओर लौटें। इसके लिये भी सामुहिक भागीदारी की जरूरत है। अगले तीन वर्ष में 20 हजार महिला उद्यमी तैयार की जाएंगी। कमजोर महिलाओं को, राज्य प्रत्येक स्थिति व स्तर पर, पेन्शन या पोषण अनुदान से लाभान्वित कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर खिलाडि़यों को देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार और देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचाय्र पुरस्कार एवं लाईफ टाईम अचींवमेंट पुरस्कार प्रदान किये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने श्रीमती हंसा मनराल शर्मा को लाईफ टाईम एचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया। जिसके तहत 5 लाख रुपये तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इसी प्रकार से स्व. राम बहादुर क्षेत्री को देवभूमि उत्तराखण्ड खेल रत्न पुरस्कार तथा सुश्री रेनू कोहली को देवभूमि उत्तराखण्ड द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने अभिव्यक्ति संस्था की ओर से चलाये जा रहे हिटो पहाड़ अभियान के लिए मुम्बई से आये प्रवासी उत्तराखण्डी केशर सिंह बिष्ट, आर.एस.रावत व राजेन्द्र जोशी को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रवासी उत्तराखण्डी भाई प्रदेश के विकास में सहभागी बने। मुख्यमंत्री श्री रावत ने ऋषिकेश पब्लिक स्कूल द्वारा 18 अपै्रल 2015 को गंगा सफाई के प्रति जागरूकता के प्रचार के लिये निर्मित डेढ़ किलोमीटर लम्बी रंगोली बनाने के लिये विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक व छात्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।