नई दिल्ली: सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री एम. वेंकैया नायडू ने सार्वजनिक प्रसारकों द्वारा सूचनाओं के प्रसार में विश्वसनीयता कायम रखने की जरूरत पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा, ‘प्रतिस्पर्धा के युग में विश्वसनीयता सुनिश्चित करने की बड़ी जिम्मेदारी सार्वजनिक सेवा प्रसारकों के कंधों पर है।’
श्री वेंकैया नायडू ने सोमवार को हैदराबाद में आकाशवाणी और दूरदर्शन के केन्द्रों का दौरा किया। दूरदर्शन केन्द्र में आयोजित समीक्षा बैठक में श्री नायडू ने मंत्रालय की विभिन्न मीडिया इकाइयों के अधिकारियों के साथ बातचीत में उनकी समस्याओं से अवगत होने के दौरान उनमें विश्वास जताया।
श्री नायडू ने कहा कि सूचना क्रांति के युग में लोगों को सूचना के लिहाज से सशक्त बनाना सर्वोत्कृष्ट है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत के समग्र विकास के लिए भ्रष्टाचार, गरीबी और समाज में व्याप्त विषमता के खिलाफ जंग में सूचनाएं लोगों के हाथों में एक बड़े हथियार के रूप में है।
मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि सार्वजनिक बहस विघटनकारी रणनीति और राजनीति के बजाय विकास से निर्देशित होनी चाहिए। बड़े पैमाने पर दर्शकों एवं श्रोताओं के साथ संवाद कायम करने के दौरान सार्वजनिक प्रसारकों को तथ्यात्मक जानकारी देने में निश्चित तौर पर काफी आगे रहना चाहिए। उन्होंने सार्वजनिक प्रसारकों को यह सलाह दी कि वे एकदम से निष्कर्ष पर पहुंचने के बजाय किसी भी समाचार को प्रसारित करने से पहले उसकी पुष्टि कर लें।