खेल राज्य मंत्री श्री निसिथ प्रमाणिक और रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शना जरदोश ने शनिवार को उत्तर बंगाल के कूचबिहार में भारतीय खेल प्राधिकरण के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र की आधारशिला रखी। इस अवसर पर साई और रेल मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए।
केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा और लवलीना बोरगोहेन के साथ वर्चुअल माध्यम से इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कूच बिहार में इस अवसर पर टोक्यो ओलंपिक खेलों के रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया, पुरुष हॉकी टीम के खिलाड़ी मनप्रीत सिंह और नीलकांत शर्मा, महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी सलीमा टेटे और निक्की प्रधान के साथ-साथ उत्तर बंगाल की स्थानीय पसंदीदा हेप्टाथलॉन एथलीट स्वप्ना बर्मन भी उपस्थित थीं।
श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना और खेलो इंडिया योजना जैसी पहल ने एथलीटों के लिए सर्वोत्तम प्रदर्शन करना सुनिश्चित किया है। श्री ठाकुर ने कहा, “इस राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र-एनसीओई का उद्घाटन विशेष रूप से निसिथ प्रमाणिक जी और दर्शना जी द्वारा उठाया गया एक और बड़ा कदम है। हम उत्तर बंगाल में सबसे अच्छे खेल केन्द्रों में से एक का निर्माण करना चाहते थे और आज, उसकी आधारशिला रखी गई है। इससे 1000 से अधिक एथलीटों को प्रशिक्षण प्रदान करने में मदद मिलेगी और जो बदले में भारत को खेल के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद करेगा।”
इस उच्च प्रदर्शन केंद्र की आधारशिला रखने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए श्री प्रमाणिक ने कहा, “आज का दिन न केवल उत्तर बंगाल में बल्कि भारत के लिए भी खेलों के विकास के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूं, जिनकी परिकल्पना ने यहां इस स्पोर्ट्स हब को संभव बनाया। हर क्षेत्र में, उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक, मोदीजी खेलों के समग्र विकास की कल्पना करते रहे हैं। मार्च 2024 से पहले हम यहां श्री मोदी जी की उपस्थिति में इस एनसीओई का उद्घाटन करना चाहते हैं।”
श्री प्रमाणिक ने कहा, “हम सकारात्मकता में विश्वास करते हैं। यहां कई प्रतिभाएं हैं। हम यहां हर नुक्कड़ पर चैंपियन चाहते हैं। इसलिए, हम यहां सबसे अच्छा बुनियादी ढांचा उपलब्ध करा रहे हैं। आइए हम अपने भविष्य के चैंपियन के लिए सर्वोत्तम सुविधाएं बनाने के लिए मिलकर काम करें। हम उत्तर बंगाल में 10 और खेलो इंडिया केंद्र विकसित करना चाहते हैं।”
टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने कहा कि यह एनसीओई भविष्य में और अधिक चैंपियन बनाने में उपयोगी भूमिका निभाएगा। नीरज चोपड़ा ने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम के दौरान कहा, “जब एथलीट अपना करियर शुरू कर हो रहे होते हैं, तो उन्हें बहुत सारी बुनियादी सुविधाओं की आवश्यकता होती है। जब मैंने शुरुआत की, तो मेरे गांव में ज्यादा सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन अब चीजें बदल गई हैं।” नीरज चोपड़ा ने कहा, “मैं साई केंद्र की स्थापना के लिए अनुराग सर, निसिथ सर और दर्शना मेम को धन्यवाद देता हूं। मैं इस एनसीओई को शुभकामनाएं देता हूं और मुझे उम्मीद है कि इस केंद्र से भविष्य के बहुत सारे चैंपियन सामने आएंगे जो हमारे देश को गौरवान्वित करेंगे।”
यह राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र, कूचबिहार के महत्वाकांक्षी एथलीटों को उत्कृष्ट खेल सुविधाएं प्रदान करेगा, इसके अलावा 12 खेल स्पर्धाओं को शामिल करने वाली शीर्ष श्रेणी की कोचिंग सुविधाएं प्रदान करेगा। एनसीओई कूचबिहार में एथलीटों के लिए रसोई, भोजन कक्ष, एक मनोरंजन क्षेत्र के साथ-साथ कर्मचारियों के लिए एक आवासीय क्षेत्र सहित 100 बिस्तरों वाला छात्रावास भी है। इसमें एक आउटडोर प्रशिक्षण क्षेत्र सहित इंडोर स्पोर्टिंग सुविधाएं भी हैं।
टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता रवि कुमार दहिया ने कहा कि यह एनसीओई जमीनी स्तर के एथलीटों के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। रवि कुमार दहिया ने कहा, “मैं रेलवे और भारत सरकार दोनों को धन्यवाद देना चाहता हूं। जमीनी स्तर के एथलीटों के विकास के लिए यह एक बड़ा कदम है। मैं आशा करता हूँ कि यहां से निकलने वाले कई एथलीट देश को गौरवान्वित करेंगे।”
महिला मुक्केबाज़ लवलीना बोर्गोहेन ने उल्लेख किया कि वह जल्द ही केंद्र का दौरा करने की उम्मीद कर रही हैं। लवलीना ने कहा, “उत्तर बंगाल में एक साई राष्ट्रीयत उत्कृष्टता केंद्र एथलीटों के लिए एक शानदार अवसर है। मैंने साई के गुवाहाटी केंद्र के साथ शुरुआत की थी, इसलिए मैं खुद साई की मेरे जीवन में भूमिका निभाने के लिए ऋणी हूं। अगर यह संभव हो सका, तो मैं वास्तव में कूचबिहार जाना चाहूंगी और एनसीओई में प्रशिक्षण लेने वाले युवा एथलीटों मिलने की मेरे इच्छा है।”
टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने आधुनिक खेलों में एनसीओई के महत्व पर बल दिया। मनप्रीत सिंह ने कहा, “मैं कूचबिहार में इस एनसीओई को शुरू करने के लिए सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं। यहां 12 खेल स्पर्धाएं होंगी, विश्व स्तरीय कोचिंग सुविधाएं, सर्वोत्तम उपकरण, उत्कृष्ट सुविधाएं और भी बहुत कुछ यहाँ होगा। आधुनिक खेलों में यह बहुत महत्वपूर्ण है। खेलो इंडिया योजना ने विश्वविद्यालयों में खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी मदद की है। ऐसे कई युवा हैं, जो खेलो इंडिया के कारण राष्ट्रीय शिविरों में हैं। हम सही रास्ते पर जा रहे हैं।”
“स्थानीय लोगों की पसंदीदा खिलाड़ी स्वप्ना बर्मन ने कहा, “यह उत्तर बंगाल में खेलों के लिए एक बड़े सपने के सच होने जैसा है और यह एक वास्तविकता बन गई है। मैं इसके लिए सरकार, युवा कार्यकम और खेल मंत्रालय, भारतीय रेलवे और भारतीय खेल प्राधिकरण को बहुत बहुत धन्यवाद देती हूँ।”
इस केंद्र की स्थापना के साथ, साई के पास अब पूरे देश में कुल 24 राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र हो जाएंगे।एनसीओई अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे और खेल सुविधाओं, खेल विज्ञान सहायता, प्रशिक्षित और पोषण विशेषज्ञों द्वारा निर्धारित व्यक्तिगत आहार और सर्वश्रेष्ठ कोचों, योग्य सहायक कर्मचारियों और उच्च प्रदर्शन निदेशकों के अंतर्गत समग्र पर्यवेक्षण प्रदान करके हो नहार एथलीटों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करते हैं।