17.4 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

उच्च शिक्षा संस्थानों में नवाचार की संस्कृति के प्रोत्साहन के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नवाचार उपलब्धियों पर नवाचार प्रकोष्ठ एवं संस्थानों की अटल रैंकिंग (एआरआईआईए) को लांच किया

देश-विदेश

नई दिल्ली: उच्च शिक्षा संस्थानों में नवाचार की संस्कृति के प्रोत्साहन के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर और मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. सत्य पाल सिंह ने आज यहां एआईसीटीई में नवाचार उपलब्धियों पर नवाचार प्रकोष्ठ एवं संस्थानों की अटल रैंकिंग (एआरआईआईए) को लांच किया। नवाचार प्रकोष्ठ मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल है और उसे एआईसीटीई परिसर में स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य देशभर के उच्च शिक्षा संस्थानों में नवाचार संस्कृति को व्यवस्थित तरीके से प्रोत्साहन देना है।

इस अवसर पर श्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि हमें भारत में नवाचार संस्कृति का सृजन करना होगा और इसके लिए उच्च शिक्षा संस्थानों को प्रोत्साहित करना होगा कि वे अपने परिसरों में नवाचार क्लब बनाएं। उन्होंने कहा कि नवाचार के बिना कोई भी देश सतत विकास और समृद्धि हासिल नहीं कर सकता है। मंत्री महोदय ने यह भी कहा कि 21वीं शताब्दी नवाचार की शताब्दी है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2010-2020 के दशक को ‘नवाचार दशक’ कहा है। भारत विश्व मंच पर नवाचार के संदर्भ में पांच वर्ष पहले 86वें स्थान पर था, जो इस वर्ष 57वें स्थान पर पहुंच गया है।

श्री जावड़ेकर ने कहा कि हम गरीबों तक न्याय पहुंचाना चाहते हैं और उन्हें समृद्ध बनाने के लिए हमें नवाचार का सहारा लेना होगा। इसके बिना यह मुमकिन नहीं है। देश की युवा आबादी के बारे में उन्होंने कहा कि हमारी युवा आबादी को परिसंपत्ति के रूप में बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि नवाचार प्रकोष्ठ की स्थापना से नवाचार क्लब, स्मार्ट इंडिया हेकथॉन और छात्र स्टार्ट-अप को बल मिलेगा।

मंत्री महोदय ने कहा कि हमें नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए किए जाने वाले प्रयासों का आकलन करना चाहिए। इसलिए एआरआईआईए को आज शुरू किया गया है। इसके जरिए उच्च शिक्षा संस्थानों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा।

मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. सत्य पाल सिंह ने कहा कि नवाचार को हमारी संस्कृति का हिस्सा बनाना चाहिए और ऐसा न हो कि वह केवल इंजीनियरिंग के छात्रों तक सीमित रह जाए। उसे हर छात्र के लिए खोला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नवाचार का मतलब मौलिक विचार होता है और सभी लोग नवाचार को प्रोत्साहन देने के लिए अपने-अपने विचार प्रस्तुत कर सकते हैं।

इस अवसर पर मानव संसाधन विकास सचिव श्री आर सुब्रमण्यम, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष श्री डी.पी.सिंह और एआईसीटीई के अध्यक्ष श्री अनिल सहस्रबुद्धे भी उपस्थित थे।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय नवाचार प्रकोष्ठ

नवाचार प्रकोष्ठ मंत्रालय की पहल है जिसे एआईसीटीई ने स्थापित किया है। इसका उद्देश्य देशभर के उच्च शिक्षा संस्थानों में नवाचार की संस्कृति को व्यवस्थित तरीके से प्रोत्साहन देना है। नवाचार प्रकोष्ठ के प्रमुख कार्यों में युवा छात्रों को प्रोत्साहित, प्रेरित और शिक्षित करना है। इसके तहत युवा छात्रों को नए विचारों से परिचित कराया जाएगा और उच्च शिक्षा संस्थानों में नवाचार क्लबों के नेटवर्क के जरिए उनमें नवाचार के प्रति रुझान पैदा किया जाएगा।

प्रमुख कार्यक्रम

  • नवाचार क्लबों का नेटवर्क (एनआईसी)
  • नवाचार उपलब्धियों पर संस्थानों की अटल रैंकिंग (एआरआरआईए)
  • स्मार्ट इंडिया हेकथॉन (एसआईएच) 2019
  • राष्ट्रीय छात्र स्टार्ट-अप नीति (एनएसएसपी)

Related posts

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More