नई दिल्ली: भारतीय नौसेना के युद्धपोत, तरकश ने नॉर्वे के बर्गनबंदरगाह में प्रवेश किया। भारतीय नौसेना का यह युद्धपोत तरकश पश्चिमी बेड़े ओवरसीज परिनियोजन 01/2019 के एक अंग के रूप में नॉर्वे की तीन दिवसीय यात्रा पर है। यह युद्धपोत भारतीय नौसेना की पश्चिमी कमान का एक हिस्सा है और मुंबई स्थित फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ/वेस्टर्न नेवल कमांड के ऑपरेशनल कमांड के अधीन है। तरकश का बर्गन बंदरगाह पर पहुंचना नॉर्वे के साथ भारत के बेहतर संबंधों का प्रतीक है। कैप्टन सतीश वासुदेव की कमान में आईएनएस तरकश भारतीय नौसेना के सबसे शक्तिशाली फ्रंटलाइन फ्रिगेटों में से एक है और यह विभिन्न स्तर के बहुमुखी हथियारों और सेंसर से लैस है।
पोर्ट कॉल के दौरान, नॉर्वे के विभिन्न गणमान्य व्यक्ति और सरकारी अधिकारी तरकश का दौरा करेंगे। दोनों देशों के बीच सहयोग में वृद्धि के लिए नॉर्वे की रॉयल नौसेना और कोस्ट गार्ड के साथ उच्च स्तर की पेशेवर वार्ता की भी योजना है। इसके अलावा भारतीय और नॉर्वे की नौसेनाओं के बीच सामाजिक आदान-प्रदान के अलावा खेल प्रतिस्पर्धाओं का भी आयोजन किया जाएगा।
भारत के नॉर्वे के साथ 1947 से सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। भारत-नॉर्वे संयुक्त आयोग की बैठकों के माध्यम से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति हुई है। रॉयल नॉर्वेजियन नेवी और भारतीय नौसेना के बीच फरवरी 2017 को नई दिल्ली में एक द्विपक्षीय चर्चा का आयोजन किया गया था।
भारतीय नौसेना मिशन के अंतर्गत युद्धपोतों को नियमित रूप से मित्र देशों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और मित्रतापूर्ण संबंधों को मजबूत करने के लिए तैनात किया जाता है। दोनों देशों के बीच बढ़ते समुद्री महत्व और साझा समुद्री हित के लिए राष्ट्रीय लक्ष्यों के अभिसरण और संबंधों को और पुष्ट बनाने की दृष्टि से तरकश की यह नॉर्वे यात्रा अत्यंत महत्वपूर्ण है।