नई दिल्ली: भारतीय नौसेना का जहाज तरकश अपनी तीन दिवसीय यात्रा के लिए आज लागोस, नाइजीरिया के बंदरगाह पहुंचा। इस यात्रा का आयोजन भारत और नाइजीरिया में राजनयिक संबंधों की स्थापना की 60वीं जयंती का समारोह मनाने के लिए किया गया है। कैप्टन सतीश वासुदेव की कमान वाला आईएनएस तरकश भारतीय नौसेना के सबसे शक्तिशाली फ्रंटलाइन फ्रिगेट्स में से एक है। यह जहाज हथियारों, सेंसरों की बहुमुखी रेंज से लैस है। यह जहाज भारतीय नौसेना के पश्चिमी बेड़े का हिस्सा है और मुंबई स्थित फ्लैग ऑफिसर, कमांडिंग इन चीफ, पश्चिमी नौसेना कमान की परिचालन कमान के अधीन है।
इस जहाज को देखने के लिए अनेक गणमान्य व्यक्ति और नाइजीरिया के सरकारी अधिकारी आएंगे। दोनों देशों के बीच सहयोग को और गति देने के लिए नाइजीरिया के नौसेना अधिकारियों के साथ पेशेवर बातचीत की योजना है। इसके अलावा दोनों नौसेनाओं के बीच सामाजिक गतिविधियों और खेलों का आयोजन भी किया जायेगा। नाइजीरिया के लोगों के लिए चिकित्सा कैंप का भी आयोजन किया जायेगा। तरकश 08 सितम्बर, 2019 को एनएनएस यूनिटी के साथ समुद्र में पैसेज एक्सरसाइज का आयोजन करेगा जिससे दोनों नौसेनाओं के बीच अंतरसक्रियता को बढ़ावा मिलेगा।
भारत और नाइजीरिया के बीच परंपरागत रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देश लोकतंत्र, विकास और धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों को साझा करते हैं। रक्षा सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए दोनों देशों में अनेक द्विपक्षीय प्रबंध मौजूद हैं। भारतीय सशस्त्र बल नाइजीरिया के सशस्त्र बलों के लिए भारत में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते हैं। नाइजीरिया के राष्ट्रपति श्री मोहम्मद गुहारी भी डिफेंस सर्विसेज का स्टॉफ कॉलेज वेलिंगटन के पूर्व छात्र हैं। भारतीय नौसेना मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने और मैत्रीपूर्ण देशों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत बनाने के लिए अपने मिशन के एक हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना के जहाजों को नियमित रूप से विदेशों में तैनात करती है।