उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु ने आज कोच्चि में भारत के स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का दौरा किया। विमानवाहक पोत को ’आत्मनिर्भर भारत अभियान का एक बड़ा प्रतीक’ करार देते हुए, श्री नायडु ने कहा कि आईएनएस विक्रांत एक स्वदेशी वाहक के तौर पर देश के सपने को साकार करता है।
श्री नायडु के आगमन पर कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के सीएमडी, श्री मधु एस नायर और भारतीय नौसेना के अधिकारियों द्वारा विमान वाहक पोत की निर्माण प्रक्रिया और उसके अवलोकन पर एक प्रस्तुति दी गई। बाद में, उपराष्ट्रपति को विमान वाहक के फ्लाइट डेक पर ले जाया गया और उन्हें फ्लाइट डेक डिजाइन और क्षमताओं के बारे में जानकारी दी गई।
इसके बाद कोच्चि में डीआरडीओ की सुविधा, नेवल फिजिकल एंड ओशनोग्राफिक लेबोरेटरी (एनपीओएल) में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, श्री नायडु ने कहा कि वह आईएनएस विक्रांत का दौरा करके गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने इसे ’प्रौद्योगिकी का चमत्कार’ बताया। श्री नायडु ने विमानवाहक पोत के निर्माण में भारतीय नौसेना और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के बीच सहयोग की सराहना की।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि आईएनएस विक्रांत से समुद्र में हमारी रक्षा तैयारियों को काफी मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा, “देश के विकास के लिए मजबूत नौसेना सचमुच जरूरी है और विमानवाहक पोत का निर्माण सही दिशा में एक कदम है।’
उपराष्ट्रपति की इस यात्रा के दौरान केरल के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान, श्री पी. राजीव, उद्योग मंत्री, केरल सरकार और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।