लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद वाराणसी में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एम0पी0 थिएटर मैदान परिसर में रक्षा मंत्रालय के डी0आर0डी0ओ0 द्वारा 750 बेड के बनाये गये कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने बी0एच0यू0 आॅडिटोरियम में वर्चुअल माध्यम से वाराणसी मण्डल के अधिकारियों के साथ कोविड-19 के प्रबन्धन, उपचार एवं बचाव के लिए अब तक किये गये कार्याें तथा भविष्य की तैयारियों के सम्बन्ध में विस्तार से समीक्षा की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे हैं। यह एक बड़ी चुनौती है। विगत 30 अप्रैल, 2021 को सर्वाधिक एक्टिव मामलों की संख्या से अब तक 77 हजार केसेज की कमी आयी है। यह एक आशाजनक संकेत है, लेकिन अभी भी सजगता और सतर्कता बरतते हुए कोविड-19 के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो। उन्होंने कहा कि पोस्ट कोविड स्वास्थ्य समस्याओं के दृष्टिगत व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गांवों में संक्रमण के दृष्टिगत निगरानी समितियों द्वारा घर-घर गहन स्क्रीनिंग की जाए। कोविड लक्षण वालों को मेडिसिन किट उपलब्ध करायी जाए। उनके परिवारजनों की भी स्क्रीनिंग हो। परिजनों की सूची बनाकर आर0आर0टी0 को उपलब्ध करायी जाए, जिससे उनका एंटीजन टेस्ट आर0आर0टी0 द्वारा टीम द्वारा किया जा सके। पाजिटिव पाए जाने पर तत्काल दवा प्रारम्भ कर दी जाए। टेस्ट के लिए सी0एच0सी0 एवं पी0एच0सी0 में न बुलाकर आर0आर0टी0 गांव में जाएं। उन्होंने आर0आर0टी0 टीम को ट्रेनिंग देकर संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि गांव में पंचायत भवन, विद्यालय आदि को क्वारण्टीन सेंटर बनाया जाए। उसमें पाजिटिव मरीजों को रख कर उसकी जिम्मेदारी निगरानी समिति को दें और डाॅक्टर उनका हालचाल लेते रहें। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि हमें किसी भी हाल में महामारी की चेन तोड़नी होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हुए अभियान चलाकर फाॅगिंग, एंटी लार्वा छिड़काव, सैनिटाइजेशन की गति तेजी के साथ बढ़ायी जाए, जिससे बरसात में डेंगू, मलेरिया, इंसेफेलाइटिस, टाइफाइड आदि से लोगों का बचाव हो सके। हमें जीवन को भी बचाना है और जीविका को भी बचाना है। जितनी जल्दी उपचार करना शुरू कर देंगे, उतनी जल्दी मरीज ठीक होगा। गंभीर स्थिति नहीं आने पाएगी, हर हाल में जनहानि को रोकना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश स्तर के अनुसार टीम-9 की तर्ज पर जनपदों में अलग-अलग टीम को अलग-अलग जिम्मेदारी देने की कार्यवाही की जाए। अलग-अलग टीम द्वारा टीम मैनपावर और वैक्सिनेशन का कार्य, होम आइसोलेशन, मेडिकल किट के साथ ही रेमडेसिविर और अन्य दवाओं, एम्बुलेंस, नये आॅक्सीजन प्लांट, वेण्टीलेटर फंक्शनल है या नहीं आदि देखने का कार्य किया जाए। इसी प्रकार, ऑक्सीजन की आपूर्ति और उसके ऑडिट और होम आइसोलेशन में भी रहने वालों को ऑक्सीजन मिले इसकी व्यवस्था देखी जाए। कन्टेनमेंट जोन, कोरोना कफ्र्यू सम्बन्धी कार्यवाही, स्वच्छता, सेनेटाइजेशन, निगरानी समिति, क्वारंटीन सेंटर, प्रवासी कामगार व श्रमिक और कम्युनिटी किचन के कार्य को भी टीमों द्वारा देखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड-19 के सम्बन्ध में भविष्य की चुनौतियों के दृष्टिगत बच्चों पर फोकस करते हुए तैयारी होनी चाहिए। बड़े जनपदों में 100 बेड तक पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 (पीकू) तैयार किया जाए और मैनपावर को बढ़ाया जाए। निजी एम्बुलेंस की व्यवस्था त्वरित रखते हुए रेट निर्धारित कर दिया जाए। यदि अधिक रेट लें तो एम्बुलेंस सीज कर दी जाए। अस्पताल में सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगाए जाएं। ऑक्सीजन की आपूर्ति और ऑडिट किया जाए, जिससे प्राइवेट अस्पताल आवश्यकता से अधिक ऑक्सीजन की मांग न कर सकें। इसके साथ ही हर अस्पताल द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को फंक्शनल कराया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिया जाए। भर्ती मरीजों की जानकारी उनके तीमारदारों को दिन में एक बार अवश्य दी जाए। कंटेनमेंट जोन के प्राविधानों को सख्ती से लागू किया जाए। साथ ही, डोर स्टेप डिलीवरी को भी सुनिश्चित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वैक्सीनेशन सेंटर पर उतने ही लोगों को बुलाया जाए, जितने लोगों को वैक्सीन देना है। उन्होंने बी0एच0यू0 को टेली कंसल्टेंसी की सुविधा को और सुदृढ़ तरीके से संचालित करने की बात कही। इसके लिए टाइम निर्धारित कर टेलीफोन नंबर प्रचारित करके, लोगों को उसकी जानकारी दें, जिससे हर तरह के मरीजों को यह सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा कुछ प्राइवेट लैब मनमानी कर रहे हैं और निर्धारित रेट से अधिक ले रहे हैं। इस पर कड़ी नजर रखते हुए सख्त कार्यवाही की जाए।
वाराणसी मंडल में कोरोना काल में किए गए कार्याें एवं आगामी रणनीति के संबंध में कमिश्नर श्री दीपक अग्रवाल एवं वाराणसी जनपद के जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा ने मुख्यमंत्री जी को जानकारी दी। मुख्यमंत्री जी ने जनपद गाजीपुर, जौनपुर एवं चंदौली के जिलाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उनके जनपदों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद चंदौली में मानव संसाधन को प्रशिक्षण दिए जाने की व्यवस्था की जाए। जनपद गाजीपुर में टेस्टिंग की संख्या बढ़ायी जाए। जनपद जौनपुर में प्रतिदिन 10,000 टेस्ट सुनिश्चित किये जाएं। आर0आर0टी0 की संख्या बढ़ायी जाए।