लखनऊ: अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज लोक भवन स्थित मीडिया सेंटर में मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए हैं कि पिछले 45 दिनों में देश के विभिन्न राज्यों से प्रदेश वापस पहुंचे लगभग 05 लाख श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जाये। इस क्रम में मुख्यमंत्री जी द्वारा कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गयी है, जिसमें प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास, प्रमुख सचिव पंचायती राज, प्रमुख सचिव एम0एस0एम0ई0 तथा प्रमुख सचिव कौशल विकास शामिल हैं। यह समिति ओ0डी0ओ0पी0 के तहत रोजगार सृजन के साथ-साथ बैंक के माध्यम से लोन मेले आयोजित करना सुनिश्चित करेगी। यह समिति रोजगार के ज्यादा अवसर कैसे सृजित किए जाएं इस पर भी अपने सुझाव देगी। समिति एम0एस0एम0ई0 के तहत विभिन्न उद्योगों में रोजगार के अवसर सृजित करने की सम्भावनाएं भी तलाशेगी।
श्री अवस्थी ने बताया कि रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने रिवाॅल्विंग फण्ड में जो बढ़ोत्तरी की है, उससे महिला स्वयंसेवी समूहों को विभिन्न गतिविधियों जैसे-सिलाई, अचार, मसाला बनाना इत्यादि के तहत रोजगार उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये है। महिलाओं द्वारा निर्मित सामग्रियों की मार्केटिंग ओ0डी0ओ0पी0 के माध्यम से की जाएगी। प्रत्येक जनपद में भेजे गये पुष्टाहार की बच्चों, किशोरियों, कन्याओं, गर्भवती माताओं तक डोर स्टेप डिलीवरी सुनिश्चित की जाए। कोविड-19 के कारण 25 मार्च से लागू लाॅक डाउन के कारण ठेला, खोमचा, रेहड़ी आदि लगाने वालों, रिक्शा, ई रिक्शा चालक, पल्लेदार, रेलवे कुली, दिहाड़ी मजदूरों आदि के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। राज्य सरकार इसके प्रति अत्यन्त संवेदनशील है और इन्हें हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराने हेतु विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर शीघ्रातिशीघ्र क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जायेगा।
श्री अवस्थी ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री जी ने यह भी निर्देश दिये है कि जिन क्षेत्रों में कोरोना के 10 से ज्यादा पाॅजिटिव केस रिपोर्ट हुए हैं उन्हें अभी न खोला जाए। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन किया जाए और जो जहां है वह वहीं रुके। उन्होंने कोरोना संदिग्धों की टेस्टिंग अनिवार्य रूप से कराने के भी निर्देश दिए। कोरोना के संक्रमण को हर हाल में फैलने से रोकना है, अतः प्रत्येक जनपद में कोरोना के इलाज में लगे डाॅक्टरों, नर्साें, पैरामेडिक्स तथा अन्य स्टाफ को पी0पी0ई0, एन-95 मास्क व अन्य मेडिकल उपकरण हर हाल में उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कोरोना संदिग्धों के लिए शेल्टर होम तैयार स्थिति में रखने के निर्देश दिए। बाहर से आने वालों को हर हाल में क्वारंटीन किया जाए। इस सम्बन्ध में आवश्यक प्रोटोकाॅल का पालन किया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाओं के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि यह सेवाएं उन्हीं अस्पतालों में चालू की जाएं जहां पी0पी0ई0 किट्स, एन-95 मास्क पर्याप्त मात्रा में मौजूद हों। इमरजेंसी में मौजूद डाॅक्टरों, नर्साें और पैरामेडिकल स्टाफ को इस सम्बन्ध में आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाए। सभी शेल्टर होम नियमित रूप से सैनिटाइज़ किये जाएं। कम्युनिटी किचन का संचालन पूरी सावधानी से किया जाए। पशुओं के लिए चारे की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। प्रत्येक सरकारी/अन्य धर्मार्थ संस्थाओं द्वारा संचालित गौशालाओं में पर्याप्त मात्रा में भूसे और चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। लाॅकडाउन की अवधि में उद्योग विभाग के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की श्रमिक भरण-पोषण योजना के तहत निर्माण कार्यों से जुड़े, नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के कुल 24.84 लाख श्रमिकों एवं निराश्रित व्यक्तियों को भी एक-एक हजार रूपए की धनराशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश की 38,071 फैक्ट्री से सम्पर्क किया गया, जिनमें 36,683 द्वारा अपने श्रमिकों को लगभग 561.16 करोड़ रुपये के वेतन का भुगतान किया जा चुका है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में 795 सरकारी तथा 1303 स्वैच्छिक कम्यूनिटी किचन के माध्यम से 12,78,300 लोगों को फूड पैकेट्स वितरित किये गये हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत प्रदेश में प्रचलित कुल 3,55,27,928 राशन कार्डों के सापेक्ष 2,74,03,022 कार्डों पर 5,75,416.715 मी0टन खाद्यान्न का निःशुल्क वितरण किया गया। डोर-स्टेप-डिलीवरी व्यवस्था के अन्तर्गत 21,827 किराना स्टोर क्रियाशील हैं, जिनके माध्यम से 50,810 डिलीवरी मैन आवश्यक सामग्री निरंतर पहुंचा रहे हैं। फल एवं सब्जी वितरण व्यवस्था के अन्तर्गत कुल 46,422 वाहनों की व्यवस्था की गयी है। इसी क्रम में कुल 54.68 लाख लीटर दूध उपार्जन के सापेक्ष 35.78 लाख लीटर दूध का वितरण 21,172 डिलीवरी वैन के माध्यम से किया गया है। हाॅट स्पाॅट क्षेत्रों में रह रहे लोगों को 1393 डोर स्टेप डिलिवरी मिल्क बूथ एवं मैन के द्वारा दूध वितरित किया जा रहा है। फल एवं सब्जी वितरण के लिए कुल 2410 वाहन लगाये गये हैं इन क्षेत्रों में 2555 व्यक्तियों एवं 1848 प्रोविजनल स्टोर के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है। हाॅट स्पाॅट क्षेत्रों के लिए 143 सामुदायिक किचन संचालित हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 575 लोगों के खिलाफ 457 एफआईआर दर्ज करते हुए 209 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार फेक न्यूज पर कड़ाई से नजर रख रही है। फेक न्यूज के तहत अब तक 403 मामलों का संज्ञान में लेते हुए साइबर सेल को सूचित किया गया है जो जांच के बाद कार्यवाही सुनिश्चित करेगा। कोरोना वायरस महामारी के दृष्टिगत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 के माध्यम से 1,54,784 शिकायतों का त्वरित निस्तारण कराया गया है, जिसमंे 1,06,242 खाना, दूध, सब्जी/राशन उपलब्ध न होने सम्बन्धी शिकायतों तथा 770 स्थानीय दवा की दुकानों पर दवाएं उपलब्ध न होने सम्बन्धी शिकायतों तथा 1082 सूचीबद्ध आवश्यक सेवाओं को रोके जाने सम्बन्धी शिकायतों का त्वरित समाधान कराया गया। मुख्यमत्री हेल्पलाइन 1076 के माध्यम से कोरोनो के संदिग्ध पीड़ितों की पहचान, काउंसलिंग व चिकित्सीय सुविधा की भी व्यवस्था की गयी है ऑनलाइन डैशबोर्ड के माध्यम से कुल 46,404 संदिग्ध पीड़ित कॉलरों के सम्बन्ध में सूचना इकठ्ठा की गयी है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के 49 जिलों से अब तक 1084 कोरोना पाॅजिटिव के मामले सामने आए हैं इनमें से 108 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 15 टेस्टिंग लैब क्रियाशील हंै। प्रदेश में अब प्रतिदिन 2,000 से अधिक सैम्पल टेस्ट किये जा रहे हैं। अब तक 28,447 लोगों के सैम्पल टेस्ट किये गये जिसमें से 27,363 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 1050 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में तथा 10234 लोगों को फैसिलिटी क्वारेंटाइन में रखा गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों में 0-20 आयु वर्ग के 18.5 प्रतिशत, 21-40 आयु वर्ग के 47.3 प्रतिशत, 41-60 आयु वर्ग के 24.7 प्रतिशत और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की संख्या 9.4 प्रतिशत है। इसमें 78 प्रतिशत पुरूष जबकि 22 प्रतिशत महिलाएं कोरोना पाॅजिटिव पायी गयी है।