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गंगा पार्क, गंगा मैदान, गंगा नर्सरी, गंगा तालाब स्थापित किए जाने के निर्देश: सीएम

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आगामी 24 जनवरी को उ0प्र0 स्थापना दिवस, 26 जनवरी गणतंत्र दिवस, 27 से 31 जनवरी, 2020 तक प्रस्तावित गंगा यात्रा, 02 फरवरी, 2020 से प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आयोजित होने वाले आरोग्य मेलों के संदर्भ में व्यापक प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि इस दौरान सतर्कता बरतते हुए सुरक्षा की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इन आयोजनों के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।

मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारियों व पुलिस अधीक्षकों सहित मण्डलों व जनपदों के वरिष्ठ अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने 24 जनवरी को उ0प्र0 स्थापना दिवस के आयोजन को लखनऊ सहित अन्य जनपदों में भव्यता के साथ मनाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जनपदों में ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ के सम्बन्ध में प्रदर्शनी का आयोजन सुनिश्चित किया जाए। जनपद के उत्पादों के निर्यात की सम्भावनाओं पर कार्ययोजना बनायी जाए। कारीगरों व शिल्पियों को सम्मानित किया जाए। शासन की उपलब्धियों और कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार हो।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिए कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर सभी शासकीय भवनों, विद्यालयों और शासकीय अनुदानित संस्थाओं में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाना सुनिश्चित हो। राष्ट्रगान अनिवार्य रूप से गाया जाए। स्वच्छता के प्रति जागरूकता के कार्य किए जाएं। संविधान में उल्लिखित मूल कर्तव्यों के प्रति स्कूली बच्चों को भी जागरूक किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने गंगा यात्रा के सम्बन्ध में विस्तृत निर्देश देते हुए कहा कि 27 से 31 जनवरी तक चलने वाली यह यात्रा बिजनौर से कानपुर तथा बलिया से कानपुर तक जाएगी। यह यात्रा अर्थ-गंगा अभियान की गतिविधियों के केन्द्र के साथ-साथ गंगा जी के प्रति आस्था को बढ़ाने में सहायक होगी। इस सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि गंगा यात्रा गुजरने वाली जनपदों के सभी जिलाधिकारी व्यापक कार्ययोजना तैयार कर चुके होंगे। इस कार्ययोजना के तहत युद्ध स्तर पर कार्य किया जाए। गंगा जी में किसी भी प्रकार की गंदगी न गिरे। जिला गंगा समितियों की बैठक अनिवार्य रूप से करते हुए यह प्रयास किया जाए कि गंगा यात्रा में जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों की भी सहभागिता सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान प्रत्येक जनपद में प्रभारी मंत्रियों के साथ-साथ केन्द्र व राज्य सरकार के मंत्रिगण, सांसद, विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण भी शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसानों को प्राकृतिक, जैविक, रसायन व पेस्टीसाइड मुक्त तथा जीरो बजट खेती के सम्बन्ध में जागरूक करते हुए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। फलदार पौधों के रोपण की व्यवस्था हो। गौ-आधारित प्राकृतिक खेती के सम्बन्ध में किसानों को प्रशिक्षण दिया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम चैपालों की व्यवस्थाएं की जाएं, जिनमें शासकीय योजनाओं से लाभार्थियों को लाभान्वित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को गंगा पार्क, गंगा मैदान, गंगा नर्सरी, गंगा तालाब स्थापित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गंगा यात्रा के दौरान स्वास्थ्य व आरोग्य मेलों, पशु आरोग्य मेलों, खेलकूद गतिविधियों और प्रतियोगिताओं, स्कूली बच्चों के कार्यक्रम, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। गंगा यात्रा के दौरान विभिन्न लाभार्थीपरक योजनाओं के पात्र लोगों को अनुमन्य सुविधा व सहायता उपलब्ध करायी जाए। इन योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों को दिलाने के लिए नए लोगांे को भी इन योजनाओं से जोड़ा जाए। इन योजनाओं के प्रति जागरूकता पैदा करने का भी कार्य किया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पाॅलीथीन व प्लास्टिक के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहे। साॅलिड व लिक्विड वेस्ट को रोके जाने की व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित की जाए। पशुओं के शवों को गंगा जी में बहाए जाने से रोका जाए। उन्होंने कहा कि तटवर्ती प्रत्येक जनपद में शवदाह गृह की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे शवों को गंगा जी में प्रवाहित करने पर भी रोक लगे। उन्होंने कहा कि युवक मंगल दल, एन0सी0सी0, एन0एस0एस0, नेहरू युवा केन्द्र से गंगा यात्रा को जोड़ते हुए कार्यक्रमों को संचालित किया जाए। खेल मैदानों को विकसित किया जाए। ओपेन जिम की व्यवस्था हो।

मुख्यमंत्री जी ने यात्रा की डाॅक्यूमेण्ट्री फिल्म का निर्माण किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि वीडियोग्राफी के साथ-साथ मीडिया प्रबन्धन को सुनिश्चित किए जाएं। लोगों की जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार-प्रसार की मुकम्मल व्यवस्था की जाए। गंगा यात्रा के दौरान सभी जनपदों में 05 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा कि यह यात्रा अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा का प्रतीक बनेगी। उन्होंने बिजनौर, बलिया और कानपुर जनपदों के जिलाधिकारियों से गंगा यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री जी ने 02 फरवरी से प्रारम्भ होने वाले आरोग्य मेलों की भी तैयारी सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि इन मेलों में संचारी रोग एवं वेक्टर बाॅर्न रोगों पर नियंत्रण का अभियान चलाया जाए। टीकाकरण की भी व्यवस्थाएं की जाएं। उन्होंने कहा कि इन आरोग्य मेलों के सम्बन्ध में 02 वर्षों तक की कार्ययोजना तैयार कर ली जाए।

मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर निराश्रित गौवंश के सम्बन्ध में निर्देश दिए कि जियो टैगिंग अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि निराश्रित गौवंश के सम्बन्ध में शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’ के सम्बन्ध में उन्होंने समयबद्ध ढंग से कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के सम्बन्ध में उन्होंने निर्देश दिए कि आधार कार्ड से जोड़ते हुए सभी 02 करोड़ 40 लाख कृषकों को इस योजना से लाभान्वित किए जाने की कार्यवाही की जाए। उन्होंने जन सुनवाई के लिए प्रत्येक स्तर के अधिकारी को समय पर रहने तथा आई0जी0आर0एस0 पोर्टल व सी0एम0 हेल्पलाइन के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही न बरते जाने के निर्देश दिए। उन्होंने आई0जी0आर0एस0 तथा सी0एम0 हेल्पलाइन के सम्बन्ध में जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक स्तर पर खराब प्रदर्शन वाले 10 जनपदों के अधिकारियों को सुधार लाए जाने के भी निर्देश दिए।

इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी ने कहा कि गंगा यात्रा के सम्बन्ध में विभागीय बजट जनपदों को दिए जा चुके हैं। सभी अधिकारी तैयारियों की समीक्षा कर लें और 25 जनवरी से ही गंगा यात्रा के सम्बन्ध में जागरूकता व वातावरण बनाए जाने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं से सभी तटवर्ती गांवों को संतृप्त किए जाने की भी कार्यवाही की जाए।

अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि प्रत्येक जनपद में गंगा यात्रा तथा अन्य आयोजनों के दौरान सुरक्षा के सम्बन्ध में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए। पर्याप्त नावों की व्यवस्था की जा चुकी है। इन नावों में भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के प्रबन्ध किए जाएं। उन्होंने कहा कि सभी जनपदों में सूचना प्रदर्शनी के लिए बजट आवंटित किया जा चुका है। प्रदर्शनी का आयोजन भव्यता के साथ हो। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो। होर्डिंग्स स्थापित की जाएं। प्रचार के सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाते हुए स्लोगंस की वाॅल राइटिंग की जाए तथा सोशल मीडिया सम्बन्धी प्लान भी तैयार कर लिया जाए।

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