लखनऊ: प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, श्री संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा बताया गया कि विगत पेराई सत्रों के दौरान कुन्दरकी, इटईमैदा, रूधौली, हैदरगढ़, प्रतापपुर, सठियाव, घोसी, पिपराईच, मुण्डेरवा, देवबन्द, गांगनौली एवं गागलहेडी चीनी मिल क्षेत्रों में, चीनी मिलों की पेराई क्षमता के अनुरूप कम गन्ना उपलब्धता के कारण प्रायः नो केन की स्थिति बनी रहती थी। इस स्थिति को समाप्त करने के लिए वर्ष 2019-20 हेतु चीनी मिलों की पेराई क्षमता के अनुरूप गन्ने की आपूर्ति एवं मिल क्षेत्र में विकास कार्यों के सम्बन्ध में बनाई गई कार्ययोजना (माइक्रोप्लान) के अनुसार विभागीय एवं चीनी मिल अधिकारियों को संयुक्त रूप से विशेष अभियान चलाने के कड़े निर्देश जारी किये गये हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि विभागीय एवं चीनी मिल अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई कार्ययोजना (माइक्रोप्लान) की मुख्यालय स्तर पर गहन समीक्षा करने पर पाया गया कि जिन चीनी मिल क्षेत्रों में शरदकालीन गन्ना बुवाई हेतु आवंटित लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति नहीं की जा रही है। उनमें कुन्दरखी चीनी मिल क्षेत्र में शरदकालीन बुआई हेतु आवंटित लक्ष्य 2890 हे. के सापेक्ष 2198 हे. की बुआई करायी गयी है जो लक्ष्य के सापेक्ष 75 प्रतिषत, इटईमैदा क्षेत्र हेतु आवंटित लक्ष्य 1100 हे. के सापेक्ष 993 हे. 90 प्रतिषत, रूधौली क्षेत्र हेतु आवंटित लक्ष्य 1400 हे. के सापेक्ष 1189 हे. 84 प्रतिशत, मुण्डेरवा क्षेत्र हेतु आवंटित लक्ष्य 2840 हे. के सापेक्ष 1516 हे. 54 प्रतिशत, प्रतापपुर क्षेत्र हेतु आवंटित लक्ष्य 1500 हे. के सापेक्ष 1304 हे. 87 प्रतिशत, पिपराइच क्षेत्र हेतु आवंटित लक्ष्य 7000 हे. के सापेक्ष 1504 हे. 21 प्रतिषत, सठियांव क्षेत्र हेतु, आवंटित लक्ष्य 2000 हे. के सापेक्ष 1180 हे. 59 प्रतिशत, घोसी क्षेत्र हेतु आवंटित लक्ष्य 1000 हे. के सापेक्ष 806 हे. 81 प्रतिशत, देवबन्द क्षेत्र हेतु आवंटित लक्ष्य 3000 हे. के सापेक्ष 1688 हे. 56 प्रतिशत, गांगनौली क्षेत्र हेतु आवंटित लक्ष्य 1000 हे. के सापेक्ष 892 हे. 89 प्रतिशत, गागलहेडी क्षेत्र हेतु आवंटित लक्ष्य 800 हे. के सापेक्ष 644 हे. 80 प्रतिशत है। इसके अतिरिक्त नव-स्थापित चीनी मिल क्षेत्रों में भी आवंटित लक्ष्यों पर प्रभावी अमल न करने तथा आवंटित धनराशि का व्यय नहीं किये जाने के सम्बन्ध में सम्बन्धित जिला गन्ना अधिकारी, उप गन्ना आयुक्त, मुख्य गन्ना विकास सलाहकार एवं चीनी मिलों के प्रधान प्रबन्धकों के पर्यवेक्षणीय दायित्वों में शिथिलता पाई गयी। जिसके लिए उक्त अधिकारियों को इस संबंध में अपना स्पष्टीकरण देने हेतु निर्देश भी दिये गये हैं।
गन्ना आयुक्त द्वारा यह भी निर्देशित किया गया कि चीनी मिल पिपराईच, मुण्डेरवा हेतु आवंटित लक्ष्यों के अनुसार गन्ना पर्यवेक्षकवार माईक्रोप्लान तैयार किया जाये, जिसकी प्रत्येक सप्ताह समीक्षा ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक स्तर पर एवं पाक्षिक रूप से जिला गन्ना अधिकारी,उप गन्ना आयुक्त/मुख्य गन्ना विकास सलाहकार के स्तर पर की जाये। सम्बन्धित उप गन्ना आयुक्त एवं जिला गन्ना अधिकारी यह सुनिश्चित करेगें कि निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति समयान्तर्गत हो रही है अथवा नहीं, यदि किसी कर्मचारी/अधिकारी द्वारा लक्ष्य के अनुरूप कार्य नहीं किया जा रहा है तो सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए काम में रूचि न लेने वाले गन्ना पर्यवेक्षकों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।
यह भी निर्देश दिये गये कि कम गन्ना बुवाई वाले चीनी मिल क्षेत्रों के किसानों को दूसरे मिल क्षेत्रों यथा-शाहजहांपुर, सीतापुर आदि जिलों में प्रगतिशील किसानों के फार्मों का भ्रमण कराकर ट्रेंच विधि से बुआई एवं सहफसली खेती, ड्रिप इरीगेशन अपनाने का तरीका एवं इससे होने वाले फायदे के प्रति भी जागरूक किया जाये। प्रगतिशील किसानों की गन्ना खेती से जुडी तकनीकों के वीडियो, फोटोग्राफ भी विभागीय सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स यथा-फेसबुक, यूटयूब, ट्विटर, वेबसाइट आदि पर शेयर किया जाये।
शरदकालीन गन्ना बुवाई हेतु आवंटित लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति जिन चीनी मिल क्षेत्रों में नहीं की जा रही है वो निम्नवत है-
चीनी मिलशरदकालीन बुआई हेतु आवंटित लक्ष्य (हे.)बुआई पूर्ति (हे.)बुआई प्रतिषत
कुन्दरकी2890219876
इटईमैदा110099390
रूधौली1400118984
मुण्डेरवा2840143050
हैदरगढ़2800151654
प्रतापपुर1500130487
चीनी मिलशरदकालीन बुआई हेतु आवंटित लक्ष्य
(हे.)बुआई पूर्ति (हे.)बुआई प्रतिषत
पिपराइच7000150421.5
सठियांव2000118059
घोसी100080681
देवबन्द3000168856
गांगनौली100089289
गागलहेडी80064480