लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आगामी पर्वों तथा अयोध्या प्रकरण में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के सम्भावित फैसले के दृष्टिगत चुस्त-दुरुस्त कानून व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कायम अमन-चैन और शान्ति के वातावरण को हर हाल में बनाए रखने के लिए अधिकारी पूरी तरह सजग और तत्पर रहें। उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। शरारती तत्वों तथा माहौल खराब करने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखी जाए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मण्डलों एवं जनपदों के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने अयोध्या सहित प्रदेश के अन्य जनपदों की कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश स्तर पर एक कण्ट्रोल रूम तथा प्रत्येक जनपद में 01 कण्ट्रोल रूम स्थापित करते हुए तुरन्त संचालित कर दिया जाए। ये कण्ट्रोल रूम 24 घण्टे लगातार कार्य करेंगे। उन्होंने अयोध्या तथा लखनऊ जनपदों के लिए 01-01 हेलीकाॅप्टर की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीस कमेटी की बैठकों के साथ-साथ समाज के विभिन्न वर्गों, धार्मिक गुरुओं, प्रबुद्धजनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं आदि के साथ संवाद स्थापित किया जाए। बारावफात के जुलूसों के संचालन की शान्तिपूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पर्वों व त्योहारों की आड़ में अव्यवस्था और अराजकता को किसी भी प्रकार की छूट न मिले। समय रहते कार्रवाई हो। छोटी से छोटी घटना पर ध्यान दिया जाए। सभी वरिष्ठ अधिकारी अपने मण्डलों व जनपदों में रात्रि विश्राम निरन्तर करते रहें। फ्लैग मार्च व फुट पेट्रोलिंग की जाए। ट्रैफिक प्लान पहले से तैयार कर लिया जाए। डायल-112 के संचालन में कोई कोताही न हो। रूट चार्ट प्लान बना लिया जाए। व्यापारिक और सार्वजनिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित हो। अभिसूचना से जानकारी प्राप्त होने पर तुरन्त कार्रवाई हो। संवेदनशील जनपदों व स्थानों पर पूरी सजगता व सतर्कता बरती जाए। अफवाहों को फैलने से तुरन्त रोका जाए। सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाहों को स्थान न मिले। उत्तेजना, सनसनी और भड़काऊ बयानों और भाषणों पर कड़ी कार्रवाई हो। अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही हर हाल में सुनिश्चित हो। उन्होंने निर्देश दिए कि फुटपाथों, सड़कों, प्लेटफार्म, चैराहों आदि पर सोने वालों की व्यवस्था रैन बसेरों में की जाए। इन रैन बसेरों की भी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी दिनों में कार्तिक पूर्णिमा, बारावफात तथा 550वें प्रकाश पर्व का आयोजन किया जाएगा। इन सबके सम्बन्ध में पहले से तैयारी सुनिश्चित कर ली जाए। उन्होंने कहा कि अयोध्या वर्तमान में पंचकोसी परिक्रमा हो रही है तथा दिनांक 11 व 12 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा का आयोजन होगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन आएंगे। इन सबकी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने राम की पैड़ी सहित पूरे अयोध्या जनपद में साफ-सफाई, विद्युत आपूर्ति और प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही, कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक और थर्माकोल के प्रयोग पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि अयोध्या आने-जाने वाले मार्गों पर भीड़ की स्थिति में बैरिकेडिंग आदि की व्यवस्था कर दी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने इण्डो-नेपाल बाॅर्डर के सम्बन्ध में समीक्षा करते हुए कहा कि असामाजिक तत्वों की घुसपैठ को रोकते हुए शान्ति व्यवस्था कायम रखी जाए। ई-मीडिया तथा वेब मीडिया पर भी नजर रखी जाए। निराश्रित गोवंश के सम्बन्ध में भी सजगता रखते हुए कार्रवाई की जाए। अधिवक्ताओं, छात्र संगठनों, स्वयंसेवी संगठनों तथा अन्य संगठनों से पृथक-पृथक संवाद स्थापित किया जाए। परिवहन तथा रेलवे से समन्वय स्थापित करते हुए कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रयागराज, बरेली, बिजनौर, सम्भल, पीलीभीत, मेरठ, कानपुर, झांसी, लखनऊ, हरदोई, रायबरेली, बाराबंकी, अम्बेडकरनगर, सुल्तानपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बस्ती, सिद्धार्थनगर आदि मण्डलों व जनपदों के वरिष्ठ अधिकारियों से कानून व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा करते हुए जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी तथा पुलिस महानिदेशक श्री ओ0पी0 सिंह ने भी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कानून व्यवस्था के सम्बन्ध जानकारी प्राप्त करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्य सचिव श्री राजेन्द्र कुमार तिवारी, ए0डी0जी0 लाॅ एण्ड आॅर्डर श्री पी0वी0 रामाशास्त्री, सचिव मुख्यमंत्री श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।