लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री प्रशान्त त्रिवेदी ने निर्देश दिये हैं कि आयुष्मान भारत योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु समस्त राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों के इम्पैनलमेंट के कार्य में तेजी लायें। उन्होंने राज्य मुख्यालय पर कार्यरत संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि वे आवंटित जनपद मंे जाकर यह सुनिश्चित करें कि योजना के सुचारू रूप से संचालन हेतु समस्त राजकीय चिकित्सालयों में आई.टी. उपकरण स्थापित हो गये हैं कि नहीं। साथ ही इंप्लीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी (आई0एस0ए0) से समन्वय स्थापित कर इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु समस्त निजी चिकित्सालयों में आयुष्मान मित्रों की तैनाती एवं आई0टी0 उपकरणों की स्थापना कराना सुनिश्चित करें।
श्री त्रिवेदी जनपथ में विकास भवन स्थित अपने सभागार में संयुक्त निदेशक स्तर के चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि इस योजना के अन्तर्गत लाभार्थी परिवार के सभी सदस्य योजना के पात्र होंगे अर्थात सदस्यों की संख्या, आयु सीमा एवं लिंग की बाध्यता नहीं होगी। इस योजना के तहत अभी तक लगभग 575 चिकित्सालय सूचीबद्ध किये जा चुके है। उन्होंने कहा कि सभी सूचीबद्ध चिकित्सालय में आरोग्य मित्र की तैनाती आवश्यक है। इस योजना के तहत गम्भीर मरीजों का पहले इलाज शुरू किया जायेगा, तदोपरान्त आवश्यक कागजी कार्रवाई पूर्ण करायी जायेंगी। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों के सूचीबद्ध किये जाने का कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ किया जाय।
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि लाभार्थियों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए प्रत्येक सूचीबद्ध चिकित्सालय में आयुष्मान केआस्क अथवा काउन्टर स्थापित किये जायें। इसके साथ ही आयुष्मान केआस्क अथवा काउन्टर इस प्रकार स्थापित किये जायेंगे, जिससे वे चिकित्सालय में प्रवेश करते समय आसानी से दिखायी दे। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का शुभारम्भ 23 सितम्बर, 2018 को मा0 प्रधानमंत्री द्वारा किया जायेगा और जनपदों में इस योजना का शुभारम्भ जनपद के प्रभारी मंत्री अथवा जनप्रतिनिधि करेंगे।