लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद प्रयागराज में आगामी माघ मेले की तैयारियों की समीक्षा के उपरान्त मीडिया प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस बार का माघ मेला विशिष्ट होगा। अयोध्या में 500 वर्षां के बाद श्रीराम जन्मभूमि पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर-कमलों से आगामी 22 जनवरी को होगी। इसके दृष्टिगत प्रयागराज में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में आने की सम्भावना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह माघ मेला वर्ष 2025 के प्रयागराज महाकुम्भ की तैयारियों के ट्रायल का अवसर है। प्रयागराज महाकुम्भ-2025 की तैयारियों की दृष्टि से पूरी टीम यहां कार्य कर रही है। पहली बार माघ मेले को पूर्व की तुलना में विस्तार देने का कार्य हुआ है। प्रयास किया गया है कि माघ मेले को लगभग 800 हेक्टेयर क्षेत्रफल में विस्तार दिया जाए। विभिन्न विभागों द्वारा यहां अवस्थापना सुविधाएं विकसित करने की कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह अनुमान है कि लगभग 04 हजार संस्थाएं इस पूरे आयोजन में सहभागी बनेंगी। माघ मेले में 06 सेक्टर बनाए गए हैं। पाण्टून पुलों की संख्या बढ़ाकर 06 कर दी गयी है। माघ मेला क्षेत्र में लगभग 100 किलोमीटर लम्बी चेकर्ड प्लेटें बिछेंगी। जलापूर्ति के लिए लगभग 200 किलोमीटर लम्बी पाइप लाइन बिछाने की व्यवस्था की गयी है। माघ मेला क्षेत्र में 18 हजार से अधिक एल0ई0डी0 स्ट्रीट लाइट लगायी जाएंगी। स्वच्छ और भव्य मेले के लिए यहां लगभग 63 से 65 किलोमीटर लम्बी ड्रेनेज पाइप बिछाने तथा 21 हजार शौचालय स्थापित करने की कार्यवाही की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं तथा कल्पवासियों के लिए चिकित्सालय की व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं के स्नान के लिए 08 हजार फीट से अधिक के विशेष घाट तैयार किये जा रहे हैं। ट्रैफिक की व्यवस्था, पार्किंग की व्यवस्था करने के साथ ही श्रद्धालुओं तथा कल्पवासियों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गत वर्ष की तुलना में कल्पवासियों की संख्या बढ़ने की सम्भावना है। इसी के दृष्टिगत माघ मेले की सारी तैयारियां की जा रही हैं। माघ मेले में पहला प्रमुख स्नान 15 जनवरी को मकर संक्रांति का होगा। 25 जनवरी को पौष पूर्णिमा का द्वितीय स्नान होगा और इसी दिन से यहां कल्पवास भी प्रारम्भ होगा। 09 फरवरी को मौनी अमावस्या, 14 फरवरी को बसन्त पंचमी, 24 फरवरी को माघी पूर्णिमा तथा 08 मार्च को महाशिवरात्रि के स्नान सम्पन्न होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूरे माघ मेले के दौरान कुल 06 प्रमुख स्नान सम्पन्न होंगे। यह आयोजन लगभग 02 माह तक चलेगा। श्रद्धालुओं तथा कल्पवासियों की सुविधा के दृष्टिगत शासन और प्रशासन द्वारा साधु-सन्तों तथा अन्य संस्थाओं के साथ बेहतर समन्वय से माघ मेले के भव्य आयोजन को आगे बढ़ाने का कार्य किया जाएगा। प्रयागराज कुम्भ-2025 के पूर्व माघ मेले के बेहतरीन आयोजन के माध्यम से स्वच्छ और भव्य कुम्भ का संदेश देने में हम सफल होंगे।