नई दिल्ली: विश्व स्तर पर मध्यम वर्ग में लाखों लोगों के शामिल होने के साथ विमान यात्रा की मांग में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन ने अनुमान व्यक्त किया है कि वर्ष 2030 तक वैश्विक विमान यात्रा में 100 तक की वृद्धि होगी। इसके लिए संपूर्ण विमानन प्रणाली को गति देने की आवश्यकता होगी। इस मांग को पूरा करने और विमानन क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए नागर विमानन मंत्रालय ने फिक्की के सहयोग से देश की वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई में 15-16 जनवरी, 2019 को “सभी के लिए उड़ान” विषय पर वैश्विक विमानन सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इस सम्मेलन को अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) अमेरिका का संघीय विमानन संगठन (एए), इंटर नेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए), सिविल एयर नैविगेशन सर्विसेज आर्गेनाइजेशन (सीएएनएसओ), एयर पोर्ट्स काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) तथा एसोसिएशन ऑफ एशिया-पैसेफिक एयरलाइन्स (एएपीए) समर्थन दे रहे हैं। दो दिन के सम्मेलन में जी2जी, जी2बी, बी2बी बैठकें होंगी और प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी।
वैश्विक विमानन उद्योग में काफी अधिक वृद्धि हो रही है। उभरती अर्थव्यवस्थाएं इस मांग की सबसे बड़ी प्रेरक हैं। उभरती अर्थव्यवस्थाओं में 6 बिलियन लोगों के लिए विमान यात्रा की जरूरत होगी। तेजी से बढ़ते इस क्षेत्र की मांग को पूरा करने के लिए वैश्विक विमानन सम्मेलन विश्व स्तर पर सहयोगी प्रयासों के लिए विशेष मंच प्रदान करता है। इस सम्मेलन में विमानन क्षेत्र के वैश्विक नेतृत्वकर्ता, निर्माता, निवेशक, विक्रेता, कार्गो, स्पेस उद्योग, बैंकिंग संस्थान, कौशल विकास एजेंसियां तथा भारत के राज्य और संघ शासित प्रदेश भाग लेंगे।