राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, नई दिल्ली (दिल्ली चिड़ियाघर) ने अंतरराष्ट्रीय जगुआर दिवस मनाया। इस मौके पर राष्ट्रीय प्राणी उद्यान ने जू वॉक और बिग कैट्स एवं जगुआर पर एक्सपर्ट से बातचीत जैसी कई गतिविधियां आयोजित कीं। इसमें लिटिल स्टार पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। प्रकृति एवं वन्यजीव संरक्षण के महत्व को समझने के लिए जिज्ञासा जगाने एवं प्रोत्साहित करने को विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र, वन्यजीव संरक्षण पर पुस्तकें और स्मारिका प्रदान की गई।
(अंतरराष्ट्रीय जगुआर दिवस के अवसर पर दिल्ली चिड़ियाघर में लिटिल स्टार पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी)
अंतरराष्ट्रीय जगुआर दिवस के बारे में:
जगुआर के लिए बढ़ते खतरों और उसके अस्तित्व को सुनिश्चित करने वाले संरक्षण के महत्वपूर्ण प्रयासों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय जगुआर दिवस मनाने की शुरुआत हुई। हर साल यह 29 नवंबर को मनाया जाता है। जैव विविधता संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण प्रजाति, सतत विकास और मध्य एवं दक्षिण अमेरिका की सदियों पुरानी सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक के रूप में अंतरराष्ट्रीय जगुआर दिवस मनाया जाता है। यह अमेरिका का सबसे बड़ा वाइल्ड कैट है।
(जंगल में जगुआर)
संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के व्यापक प्रयासों के तहत जगुआर कॉरिडोर और उनके आवासों के संरक्षण की जरूरत पर ध्यान आकर्षित करने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय साझीदारों के सहयोग से अंतरराष्ट्रीय जगुआर दिवस संबंधित देशों की सामूहिक आवाज का प्रतिनिधित्व करता है। जगुआर (पैंथेरा ओंका) को अक्सर तेंदुआ समझ लिया जाता है लेकिन उनके शरीर पर बने धब्बों के कारण आसानी से अंतर किया जा सकता है। वैसे, कई कैट्स पानी से दूर रहते हैं लेकिन जगुआर अच्छे से तैर सकते हैं। ये पनामा नहर में भी तैरने के लिए जाने जाते हैं।