नई दिल्ली: जैव प्रौद्योगिकी विभाग ने नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में 23 एवं 24 जनवरी, 2019 को ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (स्टेम) में महिलाएं – भविष्य की परिकल्पना करना: नये क्षितिज’ पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया। विज्ञान के क्षेत्र में अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए ‘स्टेम’ क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से यह सम्मेलन आयोजित किया गया।
इस शिखर सम्मेलन के दौरान अनेक सत्र आयोजित किए गए। ये सत्र नेतृत्व निर्माण की व्यवस्थाओं, नेटवर्किंग के जरिये महिलाओं का सशक्तिकरण, करियर के अवसरों और वैज्ञानिकों के साथ पारस्परिक संवाद जैसे विषयों पर आयोजित किए गए। इसका उद्देश्य सफल महिला वैज्ञानिकों, डॉक्टरों और इंजीनियरों के वास्तविक उदाहरण देकर ‘स्टेम’ क्षेत्र में महिलाओं को मिली उल्लेखनीय कामयाबी को दर्शाना था। इसके जरिये ‘स्टेम’ क्षेत्र से जुड़े रहने के उल्लेखनीय उत्साह के साथ-साथ इससे जुड़ी शानदार उन्नति को भी दर्शाया गया।
इस दौरान ‘स्टेम’ क्षेत्र के मध्य-करियर वाले वैज्ञानिकों एवं वरिष्ठ वैज्ञानिकों और आकांक्षी युवाओं के बीच परिचर्चाएं एवं संवादात्मक सत्र आयोजित किए गए, ताकि महिलाओं को रोजगार देने तथा करियर में उनकी प्रगति से जुड़ी भावी आवश्यकताओं को सही ढंग से समझने में मदद मिल सके। इस अवसर पर मुख्य वक्ताओं में विभिन्न देशों के ‘स्टेम’ क्षेत्र की प्रख्यात महिला वैज्ञानिक, भारत की युवा एवं वरिष्ठ महिला वैज्ञानिक, विज्ञान संचारक एवं उद्यमी शामिल थीं।
विश्व भर की ‘स्टेम’ क्षेत्र की लगभग 350 प्रतिभागियों ने इस सम्मेलन में भाग लिया, जिनमें अनेक वैज्ञानिक, समाजवादी, उद्यमी, शोधकर्ता, शिक्षक एवं विद्यार्थी शामिल थीं। इस अवसर पर महिला वैज्ञानिकों और विद्यार्थियों ने पोस्टर प्रस्तुत किए।
इस सम्मेलन ने युवा विद्यार्थियों एवं शोधकर्ताओं को ‘स्टेम’ क्षेत्र की हस्तियों के साथ संवाद एवं नेटवर्किंग करने और ‘स्टेम’ क्षेत्र में करियर बनाने पर गंभीरतापूर्वक विचार करने के साथ-साथ भविष्य की कार्ययोजना तैयार करने के लिए बेहतरीन प्लेटफॉर्म प्रदान किया।