देहरादून: गुरूवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इंटरनेट प्रोटोकाॅल वर्जन 6 पर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने सचिव आईटी दीपक गैरोला को राज्य में इंटरनेट प्रोटोकाल वर्जन 6 के माध्यम से कनेक्टीवीटी के संबंध में काम्प्रीहेन्सिव प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में आॅप्टिकल फाईबर से कनेक्टीविटी सफल नहीं हो पा रही है।
इसलिए ऐसी कार्ययोजना बनाई जाए कि किन क्षेत्रों में आॅप्टिकल फाईबर का उपयोग किया जा सकता है और किन क्षेत्रों में सैटेलाईट का प्रयोग किया जा सकता है। इसके लिए भारत सरकार से आवश्यक बजट के लिए भी अनुरोध किया जाए।
कार्यक्रम में बताया गया कि वर्तमान में आईपी वर्जन 4 का प्रयोग किया जा रहा है, जो कि कम्प्यूटरों को इंटरनेट से कनेक्ट होने पर आईपी एड्रेस आवंटित करता है। इसकी क्षमता 4 अरब एड्रेस की है। आने वाला समय डिवाईस कनेक्टीविटी का है। इसके लिए अधिक आईपी एड्रेस की जरूरत होगी। आईपी वर्जन 6 इसीलिए लाया जा रहा है। इसके प्रयोग से हेल्थ, शिक्षा, स्मार्ट बिल्डिंग, स्मार्ट सिटी, ट्रेफिक मैनेजमेंट में बेहतर कार्य किया जा सकेगा। प्रत्येक राज्य अपने अनुसार कनेक्टीविटी के लिए योजना तैयार कर सकता है। सचिव आईटी दीपक गैरोला ने बताया कि भारत सरकार को राज्य में स्पेशल परपज व्हीकल का प्रस्ताव भेजा गया है।