लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने पारम्परिक उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए संचालित ओ0डी0ओ0पी0 योजना को प्राथमिकता से चलाने की व्यवस्था की है। इसके तहत इच्छुक अभ्यर्थियों को इकाई स्थापित करने के लिए वित्त पोषण की सुविधा प्रदान की है। वित्त पोषण के तहत जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र के माध्यम से युवक/युवतियों से ऋण आवेदन 20 जून, 2019 तक आमंत्रित किये गये थे, जिन अभ्यर्थियों ने ऋण प्राप्त करने के लिए आवेदन किया है, उनका साक्षात्कार 28 जून, 2019 को होेगा।
संयुक्त आयुक्त उद्योग, जिला उद्वोग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र, लखनऊ पवन अग्रवाल के अनुसार एक जनपद-एक उत्पाद के तहत प्राप्त ऋण आवेदन पत्रों का साक्षात्कार जिलाधिकारी, लखनऊ की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति द्वारा लिया जायेगा। साक्षात्कार जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्र, कैण्ट रोड कैसरबाग, लखनऊ में अपराह्न 02ः00 बजे से होगा।
टास्क फोर्स समिति में अग्रणी जिला प्रबंधक बैंक आफ इण्डिया, जिला समन्वयक बैंक आफ बड़ौदा, ओरिएन्टल बैंक आफ कामर्स तथा भारतीय स्टेट बैंक, अध्यक्ष ग्रामीण बैंक आफ आर्यावर्त एवं केन्द्रीय विकास आयुक्त हस्तशिल्प अलीगंज को सदस्य नामित किया गया है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि एक जनपद-एक उत्पाद कार्यक्रम के तहत वित्त पोषण की सुविधा अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराने पर विशेष बल सरकार ने दिया है। इसी के तहत रोजगार शुरू करने वाले/जनपद में इकाई स्थापित करने वाले युवक/युवतियों को प्राथमिकता से ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।