नई दिल्ली: मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा संसद में जेएनयू मामले को लेकर दिया गया बयान जहां सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वही जेएनयू मामले के एक आरोपी अनंत प्रकाश
ने उनके बयान को हेट स्पीच बताया है। कि पीएम मोदी ने भी स्मृति ईरानी के बयान को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करवाया था।
एक टीवी चैनल से बातचीत करते हुए अनंत ने कहा कि स्मृति ईरानी ने जेएनयू तथा रोहित वेमूला के मामले में जो कुछ भी कहा वह केवल आरएसएस की विचारधारा थी यह पूरी तरह से द्वेषपूर्ण था। 9 फरवरी को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में कथित तौर पर देश विरोधी नारे लगाए गए थे तथा अफजल गुरु की फांसी का विरोध किया गया था इस मामले में अनंत प्रकाश सहित 5 छात्रों को आरोपी बनाया गया था जिसमें दो आरोपी छात्र उमर खालिद तथा अर्निबान ने पुलिस को सरेंडर कर दिया था।
मां दुर्गा और महिषासुर मामले को लेकर पूछे गए प्रश्न पर अनंत ने कहा कि मैं वामपंथी विचारधारा का हूं और ईश्वर में विश्वास नहीं रखता, इसलिए मैं दुर्गा और महिषासुर में से किसी को नहीं मानता। लेकिन यह जरूर कहना चाहूंगा कि देश में लोग महिषासुर और रावण की भी पूजा करते हैं। क्या स्मृति ईरानी यह बात नहीं जानती हैं?
हम किसी भी महिला के चरित्र हनन का समर्थन नहीं करते। जब कभी महिषासुर पर किसी कार्यक्रम का आयोजन होता है आप हमारे द्वारा बांटे गए पर्चे को पढ़ें। उसमें कहीं भी ऐसी कोई बात नहीं लिखी गई है। हम हमेशा से महिलाओं के चरित्र का हनन करने वालों की निंदा करते आए हैं। हम यह बात पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं।