नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते पूरा देश ठप है, जिस भारतीय रेल की रफ्तार कभी नहीं रुकी, वह भी तकरीबन एक महीने से बंद है और तमाम ट्रेनों का संचालन ठप है। सिर्फ मालगाड़ियों का ही संचालन जारी है। देश में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन का ऐलान किया गया है, ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि 3 मई के बाद लॉकडाउन से राहत मिल सकती है और ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू हो सकता है। लॉकडाउन खत्म होने की उम्मीद में शेयर बाजार में भी लोगों का उत्साह जबरदस्त तरीके से देखने को मिल रहा है।
आईआरसीटीसी के शेयर में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। लॉकडाउन के ऐलान के बाद आईआरसीटीसी का शेयर धड़ाम होकर गिर गया था और सीधे 815 रुपए के रेट पर पहुंच गया था। लेकिन धीरे-धीरे आईआरसीटीसी के शेयर ने जबरदस्त मजबूती दिखाई और यह अब 1346 रुपए तक पहुंच चुका है। आज इसके शेयर में 18 रुपए से अधिक यानि 1.32 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है। इसके साथ ही आईआरसीटीसी अपने 52 हफ्तों के सर्वाधिक अंक पर पहुंच गया है और निवेशक इस शेयर पर जमकर भरोसा जता रहे हैं।
बता दें कि आईआरसीटीसी की शुरुआत 1999 में कई गई थी। यह मिड कैप कंपनी है, जिसकी बाजार कीमत 21240.80 करोड़ रुपए की है। यह मुख्य रूप से टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में काम करती है। 31 दिसंबर 2019 के क्वार्टर की बात करें तो आईआरसीटीसी ने 715,98 करोड़ रुपए की सेल की थी। पिछली तिमाही के मुकाबले यह 39.47 फीसदी अधिक थी। दिसंबर 2019 से पहले के क्वार्टर में आईआरसीटीसी ने 513.37 करोड़ रुपए की सेल की थी।
इस बीच IRCTC से ट्रेनों की टिकटों की बुकिंग और कैंसिलेंशन को लेकर भारतीय रेलवे ने नया बदलाव किया है। इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन(IRCTC) से अगले आदेश तक टिकटों की बुकिंग बंद कर दी गई है। आईआरसीटीसी के माध्यम से लाखों यात्रियों ने ई-टिकट बुक करवाए, लेकिन लॉकडाउन के कारण ट्रेन रद्द होने पर टिकटों को कैंसिल करवाना पड़ा। रेलवे मंत्रालय ने अब ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुकिंग पर रोक लगा दी है। अब बस टिकटों को आईआरसीटीसी से रद्द करवा सकते हैं। टिकट कैंसिल करवाने के दौरान ऑनलाइन रेल टिकट पर लगने वाले सुविधा शुल्क की वापसी नहीं की जाएगी। source: oneindia