लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार आज गन्ना मंत्री श्री सुरेश राणा राज्यमंत्री जलशक्ति श्री बलदेव औलख तथा अपर मुख्य सचिव, सिंचाई द्वारा जनपद बस्ती, आजमगढ़, गोण्डा एवं बहराइच का दौरा किया गया। दौरे के दौरान मंत्रीगण द्वारा राहत कार्य, स्वास्थ्य, बचाव दल की उपलब्धता तथा बाढ़ के संबंध में समस्त तैयारियों के बारे में जिलाधिकारी तथा जनपद के अन्य अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की गई तथा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान परिलक्षित कमियों को तत्काल ठीक करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं।
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त श्री संजय गोयल ने आज लोकभवन में प्रेस प्रतिनिधयों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश की बाढ़ की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है। प्रदेश में बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। प्रदेश के प्रभावित जनपदों मंे सर्च एवं रेस्क्यू हेतु एन0डी0आर0एफ0, एस0डी0आर0एफ0 तथा पी0ए0सी0 की कुल 16 टीमें तैनाती की गयी है। 1129 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। बाढ़/अतिवृष्टि की आपदा से निपटने हेतु बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने जनपद के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा तटबंधों तथा बांधों का निरीक्षण तथा तटबंधों को सुरक्षित करने के उपाय समय से सुनिश्चित किये जायें। जनपदों द्वारा ऊपरी क्षेंत्रों में स्थित विभिन्न बांधों/जलाशयों से पानी छोड़ें जाने की सूचना की निरन्तर जानकारी रखी जाये तथा तद्नुसार बाढ़ से बचाव हेतु समस्त तैयारी पूर्व से सुनिश्चित की जायें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि बाढ़ राहत कार्याें की शीर्ष प्राथमिकता पर किया जाये।
श्री गोयल ने बताया कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। इस किट में 17 प्रकार की सामग्री जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, 05 किलो लाई, 02 किलो भूना चना, 02 किलो अरहर की दाल, 500 ग्रा0 नमक, 250 ग्रा0 हल्दी, 250 ग्रा0 मिर्च, 250 ग्रा0 धनिया, 05 ली0 केरोसिन, 01 पैकेट मोमबत्ती, 01 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, 01 ली0 रिफाइन्ड तेल, 100 टेबलेट क्लोरीन एवं 02 नहाने के साबुन वितरित किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के अन्तर्गत 10,090 खाद्यान्न किट, 64,154 फूड पैकेट व 81,428 मी0 तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 208 मेडिकल टीम लगायी गयी है।
श्री गोयल ने बताया कि ब्लाॅक अजमतगढ़, तहसील सगड़ी, जिला आजमगढ़ में घाघरा नदी की सहायक नदी छोटी सरजू के तटबंध में करीब 25 मीटर का ब्रीच है जिससे ग्राम पंचायत टेकनपुर के तीन राजस्व गांव टेकनपुर, छपिया, सहसपुर एवं 12 अन्य गांवों की भूमि लगभग 558 हेक्टेयर में पानी भर गया है। अभी गांवों की आबादी में घरों में पानी नहीं भरा है। आबादी क्षेत्र के निचले हिस्से जैसे स्कूल आदि में जलभराव की सूचना प्राप्त हुई हैं जिला प्रशासन द्वारा पशुओं हेतु चारे एवं की व्यवस्था कर ली गई है एवं आश्रय स्थल भी तैयार कर लिए गए है। गांव में फाॅगिंग एवं छिड़काव कि व्यवस्था चल रही है। आवागमन हेतु पर्याप्त नाव लगा दी गई है। भोजन आदि की व्यवस्था कर ली गई है। बंधे के रिपेयर हेतु पर्याप्त मैटेरियल एवं मैनपाॅवर के माध्यम से आज तेजी से कार्य करवाया जा रहा है तथा यह कार्य आज देर रात्रि तक पूर्ण होने की संभावना है।
श्री गोयल ने बताया कि बाढ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 151 बाढ़ शरणालय तथा 653 बाढ़ चैकी स्थापित की गयी है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपदों के 777 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। शारदा नदी, पलिया कला लखीमपुरखीरी, सरयू नदी, तुर्तीपार बलिया राप्ती नदी बर्डघाट गोरखपुर, सरयू (घाघरा) नदी-एल्गिनब्रिज बाराबंकी और अयोध्या में अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। प्रदेश में 114 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 4,74,795 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। आपदा से निपटने के लिए जनपद एवं राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होती है तो वह जनपदीय आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नं0-1070 पर फोन कर सम्पर्क कर सकता है।