काहिरा: आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें कथित तौर पर यह दिखाया गया है कि इसके आतंकवादियों ने मिस्र के 21 ईसाई बंधकों का सिर कलम कर दिया है।ऑनलाइन जारी वीडियो में दिखाया गया है कि बंधक नारंगी रंग का सूट पहने हुए हैं और काले रंग की लिबास पहने अपहर्ता इनका सिर कलम कर रहे हैं।
इस्लामिक स्टेट के मुताबिक, इन ईसाइयों को मिस्र के कॉप्टिक गिरिजाघर द्रारा मुस्लिम महिलाओं को कथित तौर पर यातना दिए जाने व उनकी हत्या की कार्रवाई के खिलाफ बदला लेने के लिए कत्ल किया गया है।
इस बीच, मिस्र में सरकार ने सात दिन के शोक की घोषणा की है। राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी ने इस घटना पर चर्चा करने के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाई है।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सीसी ने कहा है कि लीबिया में इस्लामिक स्टेट के उग्रवादियों द्वारा मिस्र के ईसाई समुदाय के 21 नागरिकों के कत्लेआम के खिलाफ उनके देश को ‘‘जवाब देने का अधिकार’’ है।
ईसाई समुदाय के नागरिकों के सिर कलम किए जाने की घटना को ‘क्रूर’ बताते हुए मिस्र के राष्ट्रपति ने कहा कि दुनिया भर में आतंकवाद के नए सिलसिले का प्रसार हो रहा है और उन्होंने सभी नागरिकों से इसके खिलाफ मिलकर लड़ने की मांग की।
अपने भाषण के दौरान अल-सीसी ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की और अपनी सरकार से मिस्रवासियों के लीबिया जाने पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाने तथा वहां रह रहे अन्य मिस्रवासियों को वापस बुलाने के इंतजाम करने को कहा।
इसके अलावा अल-सीसी ने विदेश मंत्री को न्यूयार्क के दौरे पर जाने और ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई’’ पर आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लेने को कहा। इससे पहले दिन में मिस्र में इस घटना को लेकर सात दिन के शोक की घोषणा की गई।