नई दिल्लीः इसरो के प्रमुख केन्द्रों में से एक विक्रम साराभाईअंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) देश में लिथियम-आयन सेल की उत्पादन इकाइयां स्थापित करने के लिए अपने यहां विकसित लिथियम-आयन सेल की प्रौद्योगिकी को गैर-विशिष्ट आधार पर सक्षम भारतीय उद्योगों को हस्तांतरित करने की पेशकश कर रहा है।
इस पहल से भारत की शून्य उत्सर्जन नीति के अब संभव हो जाने और स्वदेशी इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के विकास में तेजी आने की उम्मीद है।
लिथियम-आयन सेल की प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए एक आरएफक्यू (योग्यता प्राप्त के लिए अनुरोध) वीएसएससी, इसरो और नीति आयोग की वेबसाइटों पर उपलब्ध है। भारत में उपयुक्त उद्योगों के योग्य साबित होने एवं उनके चयन के लिए इस आरएफक्यू को उपलब्ध कराया गया है।
इच्छुक पक्ष या निकाय निम्नलिखित वेबसाइटों में से किसी भी वेबसाइट पर जाकर इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं: