लखनऊ: केंद्रीय गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि बच्चों को ज्ञान देने के साथ ही अच्छे संस्कार देना भी जरूरी है। उन्होने कहा कि वही ज्ञान समाज के लिए उपयोगी होता है जो संस्कारों से युक्त होता है।
श्री राजनाथ सिंह आज लखनऊ में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित 31 वें राष्ट्रीय खेल कूद समारोह के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत के परम्परागत मूल्य तथा सांस्कृतिक विशिष्टताएं पूरे विश्व को आकर्षित करती हैं। श्री सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति वास्तव में मन को बड़ा करने का काम करती है और यही कारण है कि वसुधैव कुटुम्भकम जैसे विचार भारत में ही पाये जाते हैं। उन्होंने सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूत करने और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने में विद्य़ाभारती के योगदान की सराहना की।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पहले के समय में आर्थिक रूप से मजबूत पश्चिमी देशों का ही विश्व में खेलों में वर्चस्व रहता था जिसे बाद में एशिया के जापान चीन और कोरिया जैसे देशों ने भंग किया। उन्होंने कहा कि भारत आज न केवल आर्थिक महाशक्ति बल्कि खेल महाशक्ति बनने की ओर भी अग्रसर है।
विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित तीन दिन के 31 वें राष्ट्रीय खेल कूद समारोह में देश भर में फैले विद्या भारती विद्यालयों के करीब 1250 छात्र/छात्राओं तथा संरक्षक शिक्षकों ने भाग लिया। केन्द्रीय गृह मंत्री ने इस अवसर पर विजेता खिलाड़ियों के बीच पुरस्कार भी वितरित किये।