लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि मानव संसाधन उद्योग जगत की रीढ़ है। यही रीढ़ अब बड़ी संख्या में श्रमिक के रूप में प्रदेश में उपलब्ध है। श्रमिकों ने अपने पसीने से समाज व राष्ट्र का निर्माण किया है। प्रदेश में आये कामगारों और श्रमिकों के श्रम से अब उत्तर प्रदेश का नव-निर्माण होगा। उन्होंने औद्योगिक विकास विभाग तथा एम0एस0एम0ई0 विभाग को कामगारों/श्रमिकों को रोजगार देने के सम्बन्ध में सभी सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश देते हुए कहा है कि औद्योगिक इकाइयों तथा सेवा प्रदाता संगठनों को मैन पावर आपूर्ति के सम्बन्ध में एक एप विकसित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने इस बात पर बल दिया है कि कामगारों/श्रमिकों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा की दिशा में भी कार्य किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन्हें बीमा कवर अवश्य उपलब्ध हो। उन्होंने कहा है कि केन्द्र व राज्य सरकार की विकास योजनाओं को तेजी से संचालित करते हुए कामगारों/श्रमिकों को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराये जाए। श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य तेज गति से जारी है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने सभी कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि अस्पतालों में भर्ती रोगियों की लगातार मानीटरिंग की जाए। डाॅक्टर एवं नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें। उन्होंने कहा है कि गन्दगी संक्रमण का कारण बनती है। इसके दृष्टिगत, चिकित्सालयों में साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए मेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण के सभी प्रबन्ध किये जाएं। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि पल्स आॅक्सीमीटर के माध्यम से कोरोना मरीज के आॅक्सीजन स्तर की समय-समय पर जांच की जाए। निर्धारित स्तर से कम आॅक्सीजन पाये जाने पर रोगी को तुरन्त आॅक्सीजन दी जाए। उन्होंने कहा है कि कोरोना के गम्भीर रोगियों के लिए आॅक्सीजन अत्यन्त आवश्यक हो जाती है। इसलिए कोविड चिकित्सालयों में प्रत्येक दशा में आॅक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। सभी वेंटिलेटरों को क्रियाशील रखा जाए। इनके संचालन के लिए प्रशिक्षित डाॅक्टरों तथा पैरामैडिक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कोविड-19 से होने वाली मृत्यु की दर को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने के निर्देश भी दिये हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोरोना के खिलाफ जंग एक अदृश्य शत्रु के साथ युद्ध के समान है। जब तक इस महामारी के उपचार के लिए कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन विकसित नहीं हो जाती, तब तक कोरोना से बचाव ही इसका एक मात्र उपचार है। इसलिए लोगों को कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित रहने के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए। इसके लिए विभिन्न संचार माध्यमों का उपयोग करते हुए जनता को कोविड-19 से बचाव तथा शरीर की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उपाए बताये जाए। लोगों को अवगत कराया जाए कि प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के सम्बन्ध में आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की एडवायजरी के अनुरूप आहार लें। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि आमजन को यह भी बताया जाए कि इस रोग के लक्षणों को छिपाने से इसका उपचार सम्भव नहीं, इसलिए इसके लक्षण दिखने पर तत्काल चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करें। उन्होंने आरोग्य सेतु एप तथा ‘आयुष कवच-कोविड’ एप को डाउनलोड करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किये जाने के निर्देश भी दिये हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोरोना से बचाव के लिए अनलाॅक व्यवस्था के दौरान भी पूरे अनुशासन के साथ रहना आवश्यक है। इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क का अवश्य उपयोग करें। उन्होंने निर्देश दिये कि पुलिस बल सघन पेट्रोलिंग करते हुए कहीं भी भीड़ एकत्र न होने दें।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा आज 10,48,166 श्रमिक परिवारों के खातों में 1000-1000 रूपए प्रति परिवार आॅनलाइन हस्तांतरित किये गये। उन्होंने बताया कि इस हेतु कुल 104.82 करोड़ रूपए हस्तांतरित किये गये। उन्होंने बताया कि 14.6 करोड़ लोगों को 05 बार में कुल 36.40 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित किया गया। आगामी 20 जून से खाद्यान्न वितरण का छठां चरण प्रारम्भ होगा। कम्युनिटी किचन के माध्यम से 6.50 करोड़ से अधिक फूड पैकेट वितरित किया गया। मनरेगा में अब तक 43 लाख श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। प्रदेश में वापस आये श्रमिकों की स्किल मैपिंग कराकर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज पंजाब नेशनल बैंक द्वारा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के अन्तर्गत सरयू नदी पर बनने वाले पुल के निर्माण हेतु 750 करोड़ रूपए का चेक मा0 मुख्यमंत्री जी को सौंपा जायेगा। उन्होंने बताया कि बरसात से पूर्व नदी एवं नहर के बीच पड़ने वाले पिलर का जलस्तर से ऊपर तक का कार्य पूर्ण कर लिया जाय। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का कार्य भी लगभग 6.50 प्रतिशत पूर्ण कर लिया गया है। मिट्टी का कार्य दोगुनी गति से किया जा रहा है, जो लगभग 27 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य में 2887 श्रमिक, 2557 बड़ी मशीनें एवं 600 तकनीकी कर्मी कार्य कर रहे हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि देश में सबसे अधिक कामगार उत्तर प्रदेश में आये हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण के राज्यों से भी हम अपने कामगारों/श्रमिकों को प्रदेश में लाने में सफल हुए हैं। प्रदेश में अब तक 1645 टेªन से 22,20,978 लोगों को प्रदेश में लाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि आज महाराष्ट्र एवं केरल से 01-01 श्रमिक स्पेशल ट्रेन आ रही है। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में अब तक 280 टेªन से 3,58,780 कामगार एवं श्रमिक आये हैं। उन्होंने बताया कि आगरा में 12, कानपुर में 17, लखनऊ में 126 टेªन, जौनपुर में 139, बरेली में 12, बलिया में 71, प्रयागराज में 64, प्रतापगढ़ में 76, रायबरेली में 22, वाराणसी में 123, अमेठी में 17, मऊ में 49, कन्नौज में 03, गाजीपुर में 33, बांदा में 21, सुल्तानपुर में 28, लखीमपुर खीरी में 01, हरदोई में 20, आजमगढ़ में 46, अयोध्या में 37, बाराबंकी में 12, सोनभद्र में 04, गोण्डा में 71, अम्बेडकरनगर में 25, सीतापुर में 13, फतेहपुर में 09, उन्नाव में 28, बस्ती में 89 टेªन, फर्रूखाबाद में 02, कासगंज में 09, चंदौली में 17, मानिकपुर (चित्रकूट) में 01, एटा में 01, जालौन में 02, इटावा मेें 01, रामपुर में 01, शाहजहांपुर में 01, अलीगढ़ में 06, मिर्जापुर में 11, देवरिया में 104, सहारनपुर में 04, चित्रकूट में 03, बलरामपुर में 19, झांसी में 05, कौशांबी में 01 टेªन, पीलीभीत में 01, भदोही में 04, मुजफ्फरनगर में 01, महाराजगंज में 01 एवं महोबा में 01 आ चुकी हैं। मुरादाबाद, मेरठ, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, कुशीनगर, हमीरपुर, बहराइच, में भी टेªन आ रही हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में गुजरात से 548 ट्रेन से 7,98,089 लोग, महाराष्ट्र से 430 टेªन, पंजाब से 235 टेªन कामगारों/श्रमिकों को लेकर प्रदेश में आ चुकी हैं। इसके साथ ही तेलंगाना से 25, कर्नाटक से 58, केरल से 19, आन्ध्र प्रदेश से 14, तमिलनाडु से 41, मध्य प्रदेश से 04, राजस्थान से 39, गोवा से 17, दिल्ली से 103, छत्तीसगढ़ से 01, पश्चिम बंगाल से 04, उड़ीसा से 01 टेªन, त्रिपुरा से 01 टेªन, हिमाचल प्रदेश से 04 टेªन, असम से 01 टेªन, उत्तराखण्ड से 04, जम्मू-कश्मीर से 02 तथा उत्तर प्रदेश से 94 टेªन के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कामगारों/श्रमिकों को पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि दूसरे राज्यों उड़ीसा, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, बिहार आदि राज्यों के ईंट भट्ठा श्रमिकों को उनके राज्य में भेजे जाने की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है। अब तक 03 टेªन भट्ठा श्रमिकों को लेकर जा चुकी है, आवश्यकतानुसार और टेªन बढ़ाई जाएंगी।
प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता निरन्तर बढ़ रही है। प्रदेश में अब तक कुल 4.39 लाख से अधिक सैम्पल की जांच की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में 4,858 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 7,875 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। वर्तमान में करोना संक्रमण का रिकवरी दर 60 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि जो लोग कोरोना संक्रमण से पूर्ण रूप से उपचारित हो चुके है वे करोना महामारी से समाज को जागरूक करने के लिए वाॅलंटियर बनकर अपना योगदान दें। उन्होंने ऐसे करोना विजेताआंे से अपील की है कि वे जिला प्रशासन में अपना पंजीकरण करायें। पूल टेस्ट के अन्तर्गत कुल 1241 पूल की जांच की गयी, जिसमें 1125 पूल 5-5 सैम्पल के तथा 116 पूल 10-10 सैम्पल के रहे।
श्री प्रसाद ने बताया कि आशा वर्कर्स द्वारा अब तक 15,91,305 लाख कामगारों/श्रमिकों से उनके घर पर जाकर सम्पर्क किया गया, जिसमें 1413 लोगों में कोरोना के लक्षण पाये गये। उन्होंने बताया कि ग्राम एवं मोहल्ला निगरानी समितियों के द्वारा निगरानी का कार्य सक्रियता से किया जा रहा है। अब तक 1.19 लाख सर्विलांस टीम द्वारा 90,60,835 घरों के 4.61 करोड़ लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से जो अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है, अब तक 77,246 लोगों को कन्ट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी।