लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज यहां विधान भवन के मुख्य द्वार पर ध्वजारोहण किया। उन्होंने स्वाधीनता दिवस की प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि यह हम सबका सौभाग्य है कि हमें देश की स्वाधीनता के अमृत महोत्सव वर्ष का साक्षी बनने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में एक नये भारत, एक श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को हम सभी साकार होते हुए देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 1947 में पराधीनता के खिलाफ एक लम्बी लड़ाई के बाद देश अनगिनत बलिदानों के बाद स्वतंत्र हुआ था। देश के अन्दर विभिन्न स्थानों पर बने हुए शहीद स्मारक, स्वाधीनता आन्दोलन से जुड़े हुए स्मारक देश की स्वाधीनता के संघर्ष के जीवन्त उदाहरण हैं। यह सभी आधुनिक भारत के महातीर्थ के रूप में हम सबको देश की स्वाधीनता की लड़ाई का एहसास कराते हैं। देश की स्वाधीनता की सामूहिक लड़ाई के प्रणेताओं में रानी लक्ष्मीबाई, मंगल पाण्डे के अतिरिक्त लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों के क्रान्तिकारियों के शौर्य एवं योगदान को स्मरित करते हुए उन्होंने कहा कि आज हम सबका सौभाग्य है कि हम देश की स्वाधीनता के अमृत महोत्सव में प्रवेश कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन करते हुए कहा कि गांधी जी ने देश के स्वाधीनता की लड़ाई को निर्णायक स्थिति में पहुंचाया। ‘स्वराज्य मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, हम इसे लेकर रहेंगे’ का उद्घोष करने वाले लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का यह उद्घोष देश की स्वाधीनता का मंत्र बन गया था। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल, स्वातंत्र्य वीर सावरकर, डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे स्वाधीनता आन्दोलन के अमर सेनानियों ने देश की इस लड़ाई को ऊंचाइयां प्रदान कीं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह वर्ष चौरी-चौरा घटना का शताब्दी वर्ष है। राज्य सरकार द्वारा 04 फरवरी, 2021 से 04 फरवरी, 2022 तक ‘चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव’ मनाया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर पं0 राम प्रसाद बिस्मिल, ठा0 रोशन सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, अशफाक उल्ला खां, राजेन्द्र प्रसाद लाहिड़ी जैसे वीर सपूतों को आदरपूर्वक याद किया।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर देश की स्वाधीनता के सभी अमर सेनानियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने देश की स्वाधीनता के बाद देश की आन्तरिक एवं बाह्य सुरक्षा को सुदृढ़ बनाये रखने, नागरिकों को एक सुरक्षित माहौल प्रदान करने वाले सभी वीर शहीद जवानों को नमन किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश जब अपने अमृत महोत्सव के कार्यक्रम को आयोजित कर रहा है, तो देश की सबसे बड़ी आबादी के इस राज्य से देश को बहुत सी अपेक्षाएं हैं। इन अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए स्वाधीनता संग्राम सेनानियों तथा देश की स्वाधीनता, सुरक्षा एवं कानून-व्यवस्था बनाये रखने के लिए अपना बलिदान देने वाले वीर जवानों के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि यही होगी कि हम लोग अपने-अपने क्षेत्र में अपने कर्तव्यों का पालन करें। यही हमारे लिए राष्ट्रधर्म भी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारी आस्था व्यक्तिगत हो सकती है, हमारी पूजा पद्धति विशिष्ट हो सकती है, लेकिन जब हम राष्ट्र के परिप्रेक्ष्य में सोचते हैं, तो हमारा कर्तव्य ही हमारा राष्ट्रधर्म होता है। अपने इस कर्तव्य का ईमानदारीपूर्वक निर्वहन ही राष्ट्रसेवा है। उन्होंने कहा कि नये भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए भारत के प्रत्येक नागरिक का योगदान अपेक्षित है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में हम सब मिलकर स्वच्छ, स्वस्थ, समृद्ध नये एवं श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अमृत महोत्सव वर्ष ऐसे समय में हमारे सामने है, जब वैश्विक महामारी कोरोना से पूरी दुनिया त्रस्त है। कोरोना महामारी के बीच से ही रास्ता निकाल करके जीवन और जीविका को बचाने के लिए एक नयी प्रतिस्पर्धा प्रारम्भ हुई है। उन्होंने देश के सभी वैज्ञानिकों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि हमारे वैज्ञानिकों ने मात्र 09 माह में 02 स्वदेशी वैक्सीन देकर देश को एक सुरक्षा कवच प्रदान किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ की रणनीति से यह लड़ाई लड़ी जा रही है। उत्तर प्रदेश ने यह लड़ाई जीरो से प्रारम्भ की थी। आज हम प्रदेश में 04 लाख कोरोना टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता हासिल कर चुके हैं। देश के अन्दर सर्वाधिक कोरोना टेस्ट करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है। अब तक लगभग 07 करोड़ टेस्ट हम लोग सम्पन्न करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के कोविड नियंत्रण एवं प्रबन्धन मॉडल की सर्वत्र प्रशंसा हुई है। देशव्यापी कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के माध्यम से लक्षित आयुवर्ग को निःशुल्क कोरोना वैक्सीन प्रदान किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश वर्तमान में लोगों को सर्वाधिक वैक्सीन प्रदान करने वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई अभी थमी नहीं है। हमें जीवन एवं जीविका के बीच संतुलन बनाये रखते हुए सदी की सबसे बड़ी महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़नी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने स्वाधीनता की लड़ाई के दौरान ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना की थी। आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत और समृद्ध भारत’ की परिकल्पना को साकार करने में देशवासी अपना योगदान पूरी ईमानदारी एवं प्रतिबद्धता के साथ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विगत 04 वर्षाें के दौरान छठीं अर्थव्यवस्था से दूसरी अर्थव्यवस्था बन गया है।
आज उत्तर प्रदेश देश के सामने कानून-व्यवस्था की मजबूत स्थिति का रोल मॉडल बनकर उभरा है। प्रदेश के सभी निवासियों में सुरक्षा का भाव है। इससे उत्तर प्रदेश में निवेश के एक नये युग का भी शुभारम्भ हुआ है। आज दुनिया के निवेशक उत्तर प्रदेश को देश के सबसे अच्छे निवेश गंतव्य के रूप में स्वीकार कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप विगत 04 वर्षाें में 04 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हुआ है। इससे प्रदेश के करोड़ों नौजवानों को रोजगार की प्राप्ति हुई है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियांे की भर्ती प्रक्रिया भ्रष्टाचार मुक्त, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सम्पन्न हो रही हैं। प्रदेश सरकार साढ़े चार वर्ष पूरे करने की ओर अग्रसर है, इस दौरान साढ़े चार लाख नौजवानों को शासकीय सेवा में निष्पक्ष, पारदर्शी एवं ईमानदारी के साथ जोड़ा गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के द्वारा 40 लाख गरीब परिवारों को आवास मुहैया कराने, एम0एस0एम0ई0 उद्योगों की स्थापना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना सहित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री आवास योजना में 90 हजार से अधिक आवास तथा स्वच्छ भारत मिशन के तहत 2.61 करोड़ शौचालयों का निर्माण कराकर ‘ईज ऑफ लिविंग’ के अनुरूप जरूरतमन्दों को लाभान्वित किया गया है। इससे प्रदेशवासियों के जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित 38 जनपदों में अन्तर्विभागीय समन्वय, स्वास्थ्य क्षेत्र में आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करते हुए मस्तिष्क ज्वर से होने वाली मौतों में 95 प्रतिशत से अधिक की कमी लायी गयी है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन और प्रदेश सरकार द्वारा किये गये समन्वित प्रयासों से इन्सेफेलाइटिस को नियंत्रित करने में पूरी तरह सफलता प्राप्त हुई है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 में प्रदेश में बेरोजगारी की दर 17 प्रतिशत से अधिक थी। आज प्रदेश में निवेश तथा स्वतः रोजगार के अवसर विकसित होने से बेरोजगारी दर को 17 प्रतिशत से 04 प्रतिशत तक लाने में सफलता प्राप्त हुई है। लेकिन इस दिशा में नये प्रयास किये जाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बिना भेदभाव प्रदेश के हर क्षेत्र में गांव, किसान, गरीब, नौजवान को सक्षम करने की दिशा में केन्द्र सरकार के सहयोग से निरन्तर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2017 में फसली ऋण माफी कार्यक्रम द्वारा किसानों का ऋण माफ किया तथा दशकों से लम्बित सिंचाई परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाया। 02 करोड़ 36 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से लाभान्वित किया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल खण्ड में 15 करोड़ लोगांे को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ प्रदान किया गया, ताकि कोई भी गरीब भूखा न सोये। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार ने महामारी के दौरान प्रवासी कामगारों एवं पंजीकृत श्रमिकों को अन्न के साथ भरण-पोषण भत्ता प्रदान करते हुए उनके जीवन को नयी राह दिखाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के किसानों को एम0एस0पी0 का लाभ प्रदान करते हुए रिकॉर्ड खाद्यान्न की खरीद की गयी है। 45 लाख गन्ना किसानों को 01 लाख 41 हजार करोड़ रुपये से अधिक के गन्ना मूल्य का भुगतान समयबद्ध ढंग से किया गया है। प्रदेश सरकार पूरी ईमानदारी के साथ अपने अन्नदाताओं के सम्मान की रक्षा करने के साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने की दिशा में अग्रसर है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जो अपने खेतिहर मजदूरों को भी मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना में कवर करते हुए उनकी किसी भी आपदा में दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु होने पर 05 लाख रुपये की राहत राशि प्रदान कर रहा है। राज्य सरकार अपने 02 करोड़ श्रमिकों को 02 लाख रुपये की सामाजिक सुरक्षा की गारण्टी तथा 05 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर भी उपलब्ध करा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में दुनिया का सबसे बड़ा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव सकुशल एवं शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराया गया। इस चुनाव में 08 लाख 70 हजार से अधिक जनप्रतिनिधि चुने गये। उन्होंने कहा कि पंचायतों को सशक्त करते हुए उन्हें ग्रामीण विकास की धुरी बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना काल खण्ड के दौरान निगरानी समितियों ने कोरोना को नियंत्रित करने में बेहतरीन कार्य किया है। साथ ही, कोरोना वॉरियर्स तथा हेल्थ वर्कर्स ने 24 करोड़ जनता को सुरक्षित माहौल प्रदान किया है। कोरोना महामारी में स्वजनों, प्रियजनों को खोने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने कालकवलित हुए लोगों के प्रति अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रति लोग सजग रहें तथा कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सतर्कता के साथ कार्य करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में महिला सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। वर्ष 2017 से ही एण्टी रोमियो स्क्वॉयड के माध्यम से राज्य सरकार बालिकाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करने का कार्य कर रही है। इसी श्रृंखला में मिशन शक्ति के रूप में नारी गरिमा, सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन की दिशा में कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक थाने में एक-एक महिला बूथ की स्थापना, प्रत्येक विद्यालय में बालिकाओं के लिए अलग से टॉयलेट की व्यवस्था, प्रत्येक ग्राम पंचायत में बैंकिंग करेस्पॉण्डेंट सखी की नियुक्ति और निराश्रित महिलाओं को पेंशन व उनके स्वावलम्बन के कार्यक्रम प्रदेश में चलाये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना कालखण्ड में जिन बच्चों ने अपने अभिभावकों को खोया है, उनके कल्याण के लिए ‘उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना’ लागू की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में श्रमिकों के बच्चों एवं अनाथ बच्चों को आधुनिक शिक्षा अटल आवासीय विद्यालयों के माध्यम से प्रदान करने की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में विकास कार्य पूरी प्रतिबद्धता के साथ सम्पादित किये जा रहे हैं। प्रदेश में एक्सप्रेस-वे, हाई-वे के निर्माण द्वारा इण्टर स्टेट कनेक्टिविटी को बढ़ाया जा रहा है। साथ ही, मेट्रो रेल तथा एयर कनेक्टिविटी को मजबूती प्रदान करते हुए प्रदेश की आधारभूत संरचना में लगातार वृद्धि की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ तथा ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ द्वारा परम्परागत उद्यम, ग्रामोद्योग को बढ़ावा देते हुए स्वरोजगार के अवसरों में वृद्धि की जा रही है। परिणामस्वरूप एक नये भारत और एक नये उत्तर प्रदेश का निर्माण हो रहा है। आज विकासोन्मुख उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ चला है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज हम स्वाधीनता दिवस के साथ आजादी के अमृत महोत्सव में प्रवेश कर रहे हैं। हमारी देश के प्रति जवाबदेही है। उन्होंने कहा कि कार्याें को ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाने और तेजी से समयबद्ध ढंग से उन्हें पूर्ण करने के प्रयासों में शासन हर स्तर पर मदद करेगा।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन श्री ब्रजभूषण, पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ रेंज सुश्री लक्ष्मी सिंह, पुलिस उपाधीक्षक कोतवाली नगर मुरादाबाद श्रीमती इंदु सिद्धार्थ, निरीक्षक ए0टी0एस0 श्री चैम्पियन लाल, आरक्षी एस0टी0एफ0 गौतमबुद्धनगर श्री ऋतुल कुमार वर्मा को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक प्रदान किये जाने की घोषणा की। साथ ही, उन्होंने उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों/कार्मिकों को 09 पुलिस मेडल फॉर गैलेण्ट्री (पी0एम0जी0), 04 पुलिसकर्मियों को प्रेसिडेण्ट्स पुलिस मेडल (पी0पी0एम0) फॉर डिस्टिंग्विश्ड सर्विस तथा 73 पुलिसकर्मियों को पुलिस मेडल (पी0एम0) फॉर मेरिटोरियस सर्विस के लिए बधाई दी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य, डॉ0 दिनेश शर्मा, जल शक्ति मंत्री डॉ0 महेन्द्र सिंह, विधायी एवं न्याय मंत्री श्री बृजेश पाठक, श्रम मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य, महिला कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्री मोहसिन रजा, विधान परिषद सदस्य श्री स्वतंत्रदेव सिंह सहित राज्य सरकार के अन्य मंत्रिगण, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, पुलिस महानिदेशक श्री मुकुल गोयल, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 श्री नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।