लखनऊ : प्रदेश पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष श्री एम० देवराज को ऐसे मीटर रीडरों के विषय में जानकारी प्राप्त हुई, जिनके द्वारा एक भी रीडिंग नही की जा रही है। इसका संज्ञान लेकर उन्होंने वितरण कम्पनियों में कार्यरत बिलिंग ऐजेन्सियों के मुख्य नियन्त्रकों को चेतावनी देते हुए ऐसे 319 मीटर रीडरों को तत्काल सेवा से बाहर करने का निर्णय लिया है। इसमें से पूर्वांचल के 154, माध्यांचल के 53, दक्षिणांचल के 92 तथा पश्चिमांचल के 10 मीटर रीडर शामिल है।
श्री एम0 देवराज ने कहा कि बिलिंग एजेंसियों का कार्यों के प्रति लापरवाही मा० मुख्यमंत्री जी व मा० ऊर्जा मंत्री जी के निर्देशों तथा उपभोक्ताओं की बिलिंग के विषय में निर्धारित मापदण्डों का खुला उल्लघंन है, जिसे बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
उपभोक्ताओं को समय से सही रीडिंग का बिल मिले इसके लिये उ०प्र० पावर कारपोरेशन अध्यक्ष लगातार विद्युत बिलिंग ऐजेन्सियों के कार्यों और निर्धारित दायित्वों की नियमित समीक्षा कर रहे हैं। डिस्काम अधिकारियों द्वारा प्रारम्भिक जॉच में प्रथम दृष्टया 319 मीटर रीडर बिना रीडिंग के बिल वितरण के दोषी पाये गये।
अध्यक्ष का कहना है कि मा० मुख्यमंत्री एवं मा० ऊर्जा मंत्री द्वारा बार-बार यह निर्देश दिये गये हैं कि उपभोक्ताओ को समय से सही रीडिंग का बिल उपलब्ध कराया जाये। बिना रीडिंग के बिल देना निर्देशों का उल्लंघन एवं उपभोक्ताओं का उत्पीड़न है। जिसे कतई बरदास्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने बिलिंग एजेन्सियों को भी सख्त चेतावनी दी है कि जो एजेन्सियाँ निर्धारित सेवा शर्तो के अनुरूप कार्य नहीं कर पायेंगी उनके विरूद्ध भी कार्यवाही होगी।
उन्होंने बताया है कि बिलिंग व्यवस्था की गहन समीक्षा के बाद अभी 1809 ऐसे मीटर रीडर और चिन्हित किए गए हैं, जिनकी सेवा समाप्ति पर विचार किया जा रहा है।
अध्यक्ष ने बिलिंग एजेन्सियों को निर्देशित किया है कि प्रत्येक उपभोक्ता को रीडिंग का सही बिल समय से मिले इसे हर हालत में सुनिश्चित किया जाय।