इटली के उत्तर पश्चिमी शहर जेनोवा में एक पुल ढह जाने से कम से कम 35 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल है. हादसे के बाद इटली के गृहमंत्री ने कहा है कि ‘जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय होगी.’ आपातकालीन सेवा के अधिकारियों के मुताबिक जिस वक़्त ये हादसा हुआ, तब पुल पर मौजूद रहे वाहन नीचे आ गिरे.
सिविल डिफेंस एजेंसी के प्रमुख एंजेलो बोरेली ने बताया कि हादसे के वक़्त करीब 30 से 35 कारें और तीन भारी वाहन पुल पर मौजूद थे.
ये पूरा हादसा कैमरे में भी क़ैद हो गया है. वीडियो और तस्वीरों के जरिए जानकारी मिली है कि भारी बारिश के दौरान पुल का एक खंबा गिर पड़ा. पुल टूटने के बाद इसका मलबा क़रीब 45 मीटर नीचे आ गया और पास के रेलवे ट्रैक, इमारतों और एक नदी में बिखर गया.
राहत और बचावकर्मी मलबे और वाहनों में फंसे लोगों को निकालने में जुटे हैं.
तय होगी जवाबदेही
बचाव में जुटे एक कर्मचारी ने इटली की समाचार एजेंसी अन्सा को बताया कि पुल के बाकी हिस्से के भी गिरने का ख़तरा है. इसे लेकर आसपास की इमारतों को खाली कराया जा रहा है. इटली के गृहमंत्री मात्तेओ साल्विनी ने कहा है कि इस हादसे के लिए अगर कोई ज़िम्मेदार पाया गया तो उसकी जवाबदेही तय होगी.
उन्होंने कहा, “मैं सैंकड़ों बार इस पुल पर से होकर गुजरा हूं. अब इटली के एक नागरिक के तौर पर मैं अतीत और मौजूदा दौर के तमाम जवाबदेह प्रबंधकों के नाम हासिल करने के लिए सबकुछ करूंगा क्योंकि इटली में इस तरह किसी की मौत हो, ये बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.”
एंतोग्वेरेरा नाम के एक ट्विटर हैंडल से गिरे हुए पुल का एक वीडियो शेयर किया गया है. रास्ते का संचालन करने वाले ‘ऑटोस्ट्राड’ के एक प्रबंधक ने समाचार एजेंसी रायटर्स को बताया, “ये मानने का कोई कारण नहीं था कि ये पुल ख़तरनाक है.”
हादसे के बाद ऑटोस्ट्राड की मूल कंपनी ‘अटलांटिया’ के शेयर 6.3 फ़ीसदी तक गिर गए. इटली के प्रधानमंत्री जूज़ेपे कोंटे घटनास्थल का दौरा करने वाले हैं.
लेकिन पुल गिरा कैसे?
पुल स्थानीय समयानुसार 11 बजकर 30 मिनट पर गिरा. पुल गिरने की वजह तेज़ बारिश बताई जा रही है. पुलिस का कहना है कि बादल फ़टने की वजह से हुई तेज़ बारिश के चलते पुल का एक टॉवर गिर पड़ा और पुल ढह गया.
एक प्रत्यक्षदर्शी पिएत्रो एम आल्सा ने इटली की न्यूज़ एजेंसी अन्सा को बताया कि साढ़े ग्यारह बज रहे और तभी अचानक से हमनें देखा कि पुल पर बिजली गिरी. और इसके बाद पुल ढह गया.
आख़िर क्यों अहम है ये पुल?
इस पुल का नाम मोरांडी ब्रिज है. इसका निर्माण साल 1960 में हुआ था. यह पुल ए10टोल पर पड़ता है. यह पुल इटली के तटीय क्षेत्र रिवेरा और फ्रांस के दक्षिण तटीय इलाके को जोड़ने वाली सड़क पर पड़ता है.
इस हादसे में पुल का एक बहुत बड़ा हिस्सा (दर्जनों मीटर) ढह गया है. ढहे हुए पुल का मलबा पोलिसिवेसा नदी में गिरा और नदी के बहाव के साथ बह गया.
लिग्युरिया प्रांत के गवर्नर जियोवन्नी तोती का कहना है कि इस पुल का गिरना एक एक बहुत बड़ा हादसा है और यह सिर्फ़ जेनोवा के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए एक दुखद घटना है.
” मोरांडी ब्रिज देश के तीन प्रमुख बंदरगाहों को जोड़ता है, जिसका इस्तेमाल हज़ारों लोग करते हैं. वे छुट्टियां मनाने के लिए इन बंदरगाहों से निकलते हैं. ये बंदरगाह सामनों के आयात के लिए अति महत्वपूर्ण हैं. इस पुल के ढह जाने से देश के सैन्य-तंत्र पर भी असर होगा. हम इस हादसे को लेकर सरकार की ओर से त्वरित कार्रवाई किए जाने की उम्मीद कर रहे हैं.” source: bbc.com/hindi