देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आई.टी.आई. पोलिटेक्निकल संस्थानों में तकनीकि दक्षता एवं गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशो की अपेक्षा हमारे प्रदेश में आई.टी.आई. व पोलिटेक्निकलों की संस्था अधिक होने के बावजूद शिक्षा की गुणवत्ता में पिछडापन चिन्ता का विषय है। हमारे तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों में एक दो कोर्स ऐसे हो जो हाट केक की तरह देश के उद्योगों को आकर्षित कर सकें, तथा रोजगार की गारंटी बने।
रविवार को निरंजनपुर स्थित आईटीआई परिसर में 1636.03 लाख की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश की 174 आईटीआई से युवाओं को तकनीकि दक्षता का अधिक से अधिक लाभ मिले। हमारी आई.टी.आई. उद्योगो के अनुकूल हों। इसके लिए रोड़ मेप तैयार किया जाना चाहिए, ताकि आईटीआई की बढ़ती संख्या का लाभ स्पष्ट रूप में दिखाई दें। उन्होंने निदेशक तकनीकि शिक्षा को निर्देश दिए कि उद्योगों से समन्वय कर उसके अनुसार अपने संस्थानों की तकनीकि दक्षता का विकास करें। संस्थानों में प्रशिक्षण की बेहतर व्यवस्था की जाए। इसके लिए धनराशि की कमी नही होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज समय कोपरेटिव इंडिया का नही बल्कि कम्पटेटिव इंडिया का है। इसके अनुसार हमें अपने को तैयार करना हैं। प्रतियोगितात्मकता के इस दौर में हमंे प्रत्येक स्तर पर अपने को मजबूती से आगे बढ़ना होगा, हमारे युवा देश का भविष्य हैं, युवाओं की दक्षता आज समय की आवश्यकता है।
उन्होंने महिला स्किल डेवलपमेंट पर भी विशेष ध्यान देने को कहा। लड़की दक्ष होगी, तो वह शिशुओं को दक्ष करेंगी। अधिक से अधिक लड़कियां आईटीआई प्रशिक्षित हो, इसके लिए लडकियों के लिए दो-दो आई.टी.आई. गढ़वाल व कुमांऊ में हास्टल सुविधा सहित खोले जाने के भी निर्देश उन्होंने दिए। वाहन चालन के क्षेत्र में भी लड़कियां आगे आये, इसके लिए एक-एक ड्राईविंग स्कूल भी गढ़वाल व कुमाऊं में लडकियों के लिए खोले जाए। लडकियों के लिए हास्पिटलिटी से संबंधित कोर्स भी संचालित किये जाए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने तकनीकि प्रशिक्षण संस्थानों में थींक सेल गठित करने पर भी बल दिया। मार्केट स्टडी ब्यूरो गठित कर विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार की जरूरत के हिसाब से युवाओं को तैयार करने का कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि हमारा देश अगले 50 साल तक युवाओं का देश रहेगा। हम शिक्षा पर जितना खर्च कर रहे है, उसके हिसाब से युवाओं के लिए कितने अवसर पैदा हो रहे है, यह भी विभाग को देखना होगा। युवाओं को अवसर उपलब्ध कराने के सभी आवश्यक प्रयास किये जाने चाहिए। आईटीआई व पालिटैक्निक के भवनों का पूरा सदुपयोग हो इसके लिए सायं को स्थानीय लोगो को व्यवसायिक प्रशिक्षण की व्यवस्था इन भवनों में करने के निर्देश उन्होंने दिए। उन्होंने तकनीकि प्रशिक्षण निदेशालय के भवन के लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था का भी आश्वासन दिया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने आई.टी.आई देहरादून में छात्रावास भवन, आवासीय भवन, क्लास रूम भवन, आई.टी.आई राजपुर रोड़, गुजराड़ा देहरादून में बाउन्ड्री वाल, सड़क एव खेल मैदान के शिलान्यास के साथ ही आई.टी.आई देहरादून में आयशर आॅटोमोबाईल केन्द्र, आई.टी.आई (महिला) देहरादून में प्रशासनिक एवं कार्यशाला भवन का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर उन्होंन आई.टी.आई. परिसर में वृक्षा रोपण भी किया।
कार्यक्रम को कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य, दिनेश अग्रवाल, हरीश चन्द्र दुर्गापाल, विधायक राजकुमार कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर विधायक सरवत करीम अंसारी व निदेशक तकनीकि शिक्षा अक्षत गुप्ता आदि उपस्थित थे।