नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी.नड्डा ने असम के काजीरंगा में ‘ भारत में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में अच्छे और दोबारा अपनाने योग्य व्यवहारों और नवाचारों’ विषय पर आयोजित 5वें राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री श्री सर्बानन्द सोनवाल उपस्थित थे। श्री जे.पी.नड्डा और असम के मुख्यमंत्री ने ‘अच्छे व्यवहार प्रमाण से कार्रवाई : सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज की ओर’ विषय पर कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण किया।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्वनी कुमार चौबे, असम के स्वास्थ्य मंत्री श्री हेमंत बिस्वा सरमा, असम के स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री पीयूष हजारिका, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्रीमती प्रीति सूदन, श्री मनोज झालानी,ए.एस. तथा एमडी (एनएचएम), असम के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव श्री समीर कुमार सिन्हा भी उपस्थित थे। समारोह को संबोधित करते हुए असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रेष्ठ व्यवहारों से प्रत्येक व्यक्ति को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए लोगों में विभिन्न स्वास्थ्य विषयों पर जागरुकता की आवश्यकता है।
श्री नड्डा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार चुनौतियों के अनुरूप नवाचारी दृष्टिकोण को बढ़ावा देने पर फोकस कर रही है। प्रधानमंत्री ने ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और टांसफॉर्म ’ का मंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि वांछित परिणामों के लिए हमें गति, कौशल और आकार के साथ चलना होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार सहकारी संघवाद में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय राज्यों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि स्वामित्व राज्यों का है और हम सभी तकनीकी और वित्तीय समर्थन देने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी संघवाद का मूल न केवल विकेंद्रीकरण में है बल्कि एक दूसरे से साझा करने और सीखने में भी है।
विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना- आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई)- की चर्चा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि योजना लांच करने के एक महीने के अंदर लगभग 1.5 लाख लोग लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में सूचना प्रद्योगिकी(आईटी) पहलों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सूचना प्रद्योगिकी पहलों से मानव संसाधन की चुनौती के क्षेत्र में खाई को पाटने में मदद मिलेगी और बेहतर क्लीनिकल निर्णय विशेष कर दूर-दराज के क्षेत्र में निर्णय लेने में तेजी आएगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भी राज्यों में आईटी पहलों को समर्थन दे रहा है। उन्होंने कहा कि एमहेल्थ पर चयनित श्रेष्ठ व्यवहार और डिजिटीकरण से नवाचार अपनाने में अन्य राज्यों को सीख मिलेगी।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अनेक राज्यों में उदाहरण योग्य व्यवहार प्रारंभ किए गए हैं और केंद्र नवाचारी प्रयासों में राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों को समर्थन देने के लिए सकंल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि देश में शीघ्र ही 15,000 स्वास्थ्य तथा आरोग्य (वेलनेस) केंद्र प्रारंभ होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए राज्यों को पुरस्कृत किया।