देहरादून: आयोजक उत्तराखण्ड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद उद्योग निदेशालय, देहरादून एवं प्रायोजक विकास आयुक्त (हथकरघा) भारत सरकार द्वारा नेशनल हैण्डलूम एक्सपो में मंगलवार 8 जनवरी को जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण सांय 5 बजे से अपने सुरों द्वारा परेड़ ग्राउड में मौजूद दूनवासियों को मंत्रमुग्ध करेंगे।
उप निदेशक शैली डबराल ने कहा कि जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण मंगलवार को अपनी प्रस्तुति देंगे। उन्होंने देहरादूनवासियों से आग्रह किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर इस सांस्कृतिक कार्यक्रम को सफल बनायें और एक्सपो का आनंद लें।
एक्सपो में देश के सभी जगहों से अलग-अलग तरह के हथकरघा से बने कपड़े उपलब्ध हैं। जयपुर, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, उत्तराखंड और कई अन्य शहरों के स्टाल लगाये गये हैं। बनारस राज्य जो कि अपने आप में पूरे देश में साड़ियों के लिए प्रसिद्ध है। वहां से भी कई साड़ियों व सूटों के स्टॉल एक्सपों में लगाये गये हैं। जिसमें शुद्ध रेशम, रेशम और कपास का मिश्रण, चंदेरी, शुद्ध कपास आदि सामग्री की साड़ियां और सूट देहरादून वासियों के लिए उपलब्ध कराई गयी है। बेहतरीन गुणवत्ता में उपलब्ध साड़ियों की कीमत भी अलग-अलग हैं जिसमें शेरी की साड़ियां एक हजार रूपये से लेकर तीस हजार रूपये तक की साड़ियां एक्सपो में उपलब्ध हैं। वहीं डेढ़ सौ रूपये से लेकर पांच हजार रूपये तक के लेडीज सूट एक्सपो में उपलब्ध हैं। ये साड़ियां व सूट विशेष रूप से हथकरघा बुनकरों द्वारा बनाये जाते हैं। इनमें बहुत ही बारीकी से कपड़ें के दोनों ओर हस्तकला, हस्तनिर्मित और मशीन द्वारा काम किया जाता है।
एक्सपो में आये बनारस के साड़ी विक्रेता ताज अहमद व जावेद ने कहा कि हम उत्तराखंड में बेहतर तरीके से कपड़ों को बेचना चाहते हैं क्योंकि यहां के लोगों ने बनारसी साड़ियों व सूटों को अपने विकल्पों में बहुत अच्छा माना है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड वासी बहुत सहयोग भी करते हैं, इसलिए उनके पास हमेशा अच्छे बिकने वाले सामान ही उपलब्ध रहता हैं।
नैशनल हैण्डलूम एक्सपो में आर्गेनिक उत्पादों में उड़द की दाल, राजमा, लोबिया, गहैत, काला भट्ट, लहसुन का अचार, मिर्च, शहद, गरम मसाले, धनिया, हल्दी, बिस्कुट, मशरूम का अचार और विशेष पहाड़ी मीठे व्यंजन उपलब्ध हैं। दूनवासियों के लिए एक्सपो में हर प्रकार का अनाज, दालें, घर का बना अचार और कई अन्य व्यंजनों की विविधता उपलब्ध है। उत्तराखण्ड के कई जनपदों से यह पहाड़ी अनाज व दालें बहुत ही साफ-सफाई के साथ शहरी क्षेत्रों में बेचते हैं। ये आर्गेनिक दालें थोक मूल्यों पर उपलब्ध हैं जिनकी कीमत 50 रूपये से लेकर 200 रूपये तक की है। मधुमेह में मदद करने वाले मंडुआ के आटे से बने बिस्कुट व नमकीन देहरादून वासियों को खूब पसंद आ रही है। मंडुआ, चावल, सोयाबीन और बाजरा जैसे विभिन्न प्रकार के आटे उपलब्ध हैं ये सभी घर में तैयार किया जाता है।
नैशनल हैण्डलूम एक्सपो में नोडल अधिकारी श्रीमती शैली डबराल, मेला अधिकारी केसी चमोली, जगमोहन बहुगुणा, एम0 एस0 नेगी, आर0के0 मंमगई, कुँवर सिंह बिष्ट, राजेन्द्र कुमार आदि उपस्थित रहे।