नई दिल्ली: कटरा (जम्मू-कश्मीर)-दिल्ली एक्सप्रेस सड़क कॉरिडोर (गलियारा) का कार्य शुरू हो गया है-यह अपनी तरह का एक विशेष सड़क कॉरिडोर होगा, यह सड़क वर्ष 2023 तक तैयार हो जाएगा और जब यह पूर्णत: कार्यशील हो जाएगा, तो कटरा से दिल्ली की यात्रा का समय घटकर लगभग साढ़े छह घंटे का रह जाएगाऔर जम्मू से दिल्ली का लगभग छह घंटे हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज यहां बताया कि इस एक्सप्रेस सड़क कॉरिडोर (गलियारा) के कार्यशील हो जाने के बाद, लोग रेल या हवाई मार्ग से यात्रा करने के बजाय सड़क मार्ग से दिल्ली-जम्मू-कटरा आना-जाना पसंद करेंगे। उन्होंने कहा कि इस सड़क गलियारे की पहचान यह है कि यह कटरा और अमृतसर के पवित्र शहरों को भी जोड़ेगाऔर साथ ही इन दोनों गंतव्यों के बीच कुछ अन्य प्रमुख महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों के लिए संयोजकता प्रदान करेगा।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने आगे बताया कि मैसर्स फीडबैक कंसल्टेंट्स लिमिटेड द्वारा सर्वेक्षण पूरा होने के बाद, भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है और जमीनी स्तर पर काम भी शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 35 हजार करोड़रुपये से अधिक की लागत का अनुमान है, जिन महत्वपूर्ण शहरों से यह एक्सप्रेसवे कॉरिडोर (गलियारा) निकलेगा,इनमें जम्मू-कश्मीर का जम्मू और कठुआ तथा पंजाब के जालंधर, अमृतसर, कपूरथला और लुधियाना जैसे शहर होंगे।
इस बीच, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, पठानकोट और जम्मू के बीच के राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण भी किया जा रहा है, इसे 4-लेन से बढ़ाकर 6-लेन का करने की योजना है जिससे जम्मू, कठुआ और पठानकोट के बीच आवागमन सुगम होने से इन इलाके के लोगों को भी काफी लाभ मिलेगा।
तीन वर्ष की अवधि के भीतर इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि यह सड़क गलियारा उद्योग और पूरे क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इससे कठुआ और जम्मू जैसे शहरों में आर्थिक हब के विकास का भी मार्ग प्रशस्त होगा।
इस बात का उल्लेख करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह, जो संसद (लोकसभा) में इसी कटरा वैष्णो देवी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने कहा कि वे 2015 से ही इस परियोजना को आगे बढ़ा रहे थे और आज से लगभग साढ़े तीन वर्ष पहले कटरा के एक कार्यक्रम के दौरान पहली बार इसकी घोषणा की थी कि उन्होंने इस आशय का एक प्रस्ताव प्रस्तुत किया है जिसे सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी द्वारा स्वीकार कर लिया गया था, लेकिन प्रक्रियागत मुद्दों के कारण इसमें समय लगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले छह वर्षों के दौरान इस क्षेत्र में ऐतिहासिक रूप से नई सड़कों और पुलों की एक श्रृंखला तैयार करने के लिए केंद्र सरकार ने काफी राशि स्वीकृत की है। साथ ही, डॉ. सिंह ने कहा कि कुछ स्मारकों के अत्याधुनिक बनाने की दिशा में केन्द्र सरकार ने विशेष पहल की है जिसके परिणामस्वरूप चेन्नई-नाशरी सुरंग पर कार्य शुरू हो गया है, इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किया था और इसका नामकरण डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर किया गया है।