नई दिल्ली: हरियाणा में जाट आंदोलन को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर जाट पंचायतों के नेताओं की बैठक खत्म हो गई है। बैठक के बाद बीजेपी
महासचिव और हरियाणा प्रभारी अनिल जैन ने घोषणा की कि केंद्र सरकार जाट समुदाय को आरक्षण देने के लिए तैयार है। जल्द ही इस बाबत केंद्र सरकार एक उच्चस्तरीय समिति का गठन करेगी।
अनिल जैन ने आंदोलनकारियों से शांति बनाए रखने और आंदोलन खत्म करने की अपील की है। सरकार द्वारा गठित समिति जाट समुदाय के मांगों पर विचार करेगी, जिसके बाद अंतिम फैसला और आरक्षण की रूपरेखा तय होगी। बीते आठ दिनों से हरियाणा में जारी जाट आंदोलन में हिंसा चरम पर है। आंदोलनकारियों ने अब तक 1000 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया है, जबकि 7 जिलों में कर्फ्यू लागू है।
गृह मंत्री के घर बैठक में हुई चर्चा और समिति गठन को लेकर अनिल जैन ने कहा कि राजनाथ सिंह ने राज्य के मौजूदा हालात पर सभी लोगों से चर्चा की। शांति बहाली सरकार की पहली प्राथमिकता है. जबकि आरक्षण को लेकर बनने वाली हाई पावर कमिटी की घोषणा जल्द ही की जाएगी। इस समिति की अगुवाई एक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री करेंगे।
बैठक में गृह मंत्री के अलावा, एनएसए अजित डोभाल, गृह सचिव राजीव महिर्षी, आईबी चीफ दिनेश्वर शर्मा, सेना प्रमुख जनरल दलबीर सुहाग, डीजीएमओ ले. जनरल रणबीर सिंह, उप वायुसेना प्रमुख एयर वाईस मार्शल बीएस धनोवा मौजूद रहे।
दूसरी ओर, हरियाणा में आठ दिन से जारी जाट आंदोलन की आग थमती नजर नहीं आ रही। प्रदेश के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी यशपाल सिंघल ने आंदोलनकारियों से सड़क और रेलवे ट्रैक से हट जाने की अपील की। हिंसा अभी भी जारी है। ताजा घटनाक्रम में प्रदर्शनकारियों ने फरीदाबाद में NH-2 पर पुलिस और अन्य गाड़ियों में तोड़फोड़ की है।
हरियाणा में चल रहे जाट आरक्षण आंदोलन पर रविवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने थलसेना प्रमुख जनरल दलबीर सुहाग के साथ बैठक की और ताजा हालात की जानकारी ली। रक्षा मंत्री दो टूक शब्दों में उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के लिए निर्देश देने के साथ रात तक सेना को तनावग्रस्त इलाकों को पूरी तरह नियंत्रण में लेने के आदेश दिए। रक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा जाने वाले हाईवे को खोलना सरकार की पहली प्राथमिकता है। जरूरत पड़ने पर सेना की और टुकड़ियां भी तैयार रहेंगी। रक्षा मंत्री के साथ बैठक में सेना प्रमुख के अलावा डीजीएमओ और कई दूसरे आला अधिकारी भी मौजूद थे।