लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि जौनपुर नये भारत के नये उत्तर प्रदेश के विकास की प्रक्रिया के साथ तेजी से आगे बढ़ने वाला जनपद है। शीघ्र ही जौनपुर वासियों को वे सभी सुविधाएं प्राप्त होंगी, जिसके लिए उन्होंने दशकों तक इंतजार किया है। विकास आज की आवश्यकता है। हमें ध्यान रखना होगा कि विकास की जिन योजनाओं के लिए शासन ने धनराशि दी है, उसका उपयोग सम्बन्धित कार्य पर ही हो।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद जौनपुर मंे 258 करोड़ रुपये लागत की 116 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने के बाद इस अवसर पर वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण एवं शहरी) तथा मुख्यमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चाभी, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना एवं स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना के लाभार्थियों को लैपटॉप/टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित किए। उन्होंने ओ0डी0ओ0पी0 योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, पी0एम0 स्वनिधि योजना, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना सहित विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र, दिव्यांगजन सशक्तिकरण योजना के लाभार्थियों को व्हील चेयर/छड़ी तथा आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण किए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज प्रदेश तेजी के साथ एक नई अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है। आज यहां जनपद जौनपुर के विकास से सम्बन्धित 258 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास हो रहा है, वह विकास के विभिन्न क्षेत्रों से सम्बन्धित है। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, कृषि, ग्रामीण विकास, पशुधन, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। यह परियोजनाएं जनपद में रोजगार तथा नौकरी की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाएंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी से सटा हुआ जनपद जौनपुर अपनी एक नई पहचान के साथ आगे बढ़ रहा है। जौनपुर की सुगन्ध और जौनपुर की मिठास को वैश्विक मंच पर पहुंचाने की आवश्यकता है। जौनपुर से जुड़ी लगभग 30 वर्ष पुरानी याद साझा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उस समय जौनपुर का इत्र भी प्रसिद्ध था। जिला प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों के प्रयास से इत्र को जौनपुर के साथ फिर से जोड़ने के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया है। जौनपुर की इमरती को जी0आई0 उत्पाद के रूप में आगे बढ़ाने की कार्यवाही प्रारम्भ हुई है, जिससे यह एक नया ब्रॉण्ड बनकर दुनिया में छा जाएगी। उन्होंने कहा कि जौनपुर की प्रतिभा जहां भी गयी है उसने अपनी एक अलग पहचान और अलग छाप छोड़ी है। शिक्षा, तकनीक, कृषि वैज्ञानिक, व्यवसाय तथा जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में जौनपुर के लोगों ने अपनी प्रतिभा दिखायी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज तकनीक के माध्यम से जनता जनार्दन को अधिकाधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की जरूरत है। तकनीक के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है। आज जौनपुर इस दिशा में आगे बढ़ रहा है। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय तेजी के साथ शिक्षा, उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज के पहले सत्र में प्रवेश सम्पन्न हो चुका है। यह मेडिकल कॉलेज जौनपुर और आसपास के जनपद वासियों को विशेषज्ञतापूर्ण स्वास्थ्य की सुविधा का लाभ प्रदान करेगा। इसके साथ ही, आज की तमाम परियोजनाएं जौनपुर को इसकी पुरातन पहचान को बनाए रखते हुए विकास के साथ जोड़ने का कार्य करेंगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना काल खण्ड के दौरान लॉकडाउन में बड़ी संख्या में प्रवासी, कामगार तथा श्रमिकांे का अपने गांवों की तरफ आगमन था। जौनपुर जनपद में डेढ़ लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक व कामगार आये थे। जनप्रतिनिधियों तथा प्रशासन ने मिलकर जिम्मेदारी के साथ उन्हें सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने तथा उनके भरण-पोषण की व्यवस्था की थी। पूरे प्रदेश में 40 लाख ऐसे कामगार और श्रमिक आये थे। जिन्हें सम्मान देने तथा आजीविका के साथ जोड़ने का कार्य उत्तर प्रदेश में सफलतापूर्वक किया गया था। पिछले ढाई वर्षाें से इस सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना ने जब पूरी दुनिया को पस्त किया हुआ है, प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में देश में लोगों के जीवन और जीविका को बचाने के लिए निःशुल्क टेस्ट, उपचार, हर जरूरतमन्द को राशन की सुविधा, निःशुल्क कोरोना वैक्सीन उपलब्ध करायी गयी है। 200 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोजेज लगायी जा चुकी हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश का नागरिक जहां भी जाता है, उसे सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। 05 वर्ष पूर्व ऐसी स्थिति नहीं थी। विगत 05 वर्षाें में प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार ने जनसहयोग से अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करते हुए देश व प्रदेश में एक नया विश्वास उत्पन्न किया है। लोगों ने इस बात को स्वीकारा है कि उत्तर प्रदेश में अपराध और अपराधियों के लिए अब कोई जगह नहीं है। प्रदेश आज दंगामुक्त है। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था देश के लिए नजीर बन रही है। बेहतर कानून-व्यवस्था की स्थिति ने प्रदेश में रोजगार व निवेश की व्यापक सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया है। यदि प्रदेश के नौजवान को राज्य में ही रोजगार मिल जाए, तो वह बाहर नहीं जाएगा। उसकी प्रतिभा और ऊर्जा का लाभ उत्तर प्रदेश को मिल ही जाएगा। प्रदेश में आज यह सभी सम्भावनाएं तेजी के साथ आगे बढ़ी हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हम केवल कहते नहीं हैं, बल्कि परिणाम में बदलकर उसे सामने लाते हैं। यह पहली बार हो रहा है कि एक संवेदनशील सरकार पूरी संवेदना के साथ शासन की योजनाओं को बिना भेदभाव के समाज के प्रत्येक तबके तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। आज भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। सरकार ने तय किया है कि भ्रष्टाचारियों की सम्पत्ति का सार्वजनिक उपयोग तथा गरीबों के लिए अधिग्रहण करेंगे। उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने दंगाइयों को सबक सिखाने के लिए कानून बनाया और उसे प्रभावी ढंग से लागू किया। इसी तर्ज पर हम भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई करने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने 15 अगस्त, 2022 को देश के नाम सम्बोधन में पंच प्रण की बात की थी। इन प्रण में एक विकसित भारत बनाने, गुलामी के अंश को समाप्त करने, अपने कर्तव्यों का पालन करने तथा अपनी विरासत को हर हाल में संरक्षित करना सम्मिलित है। आज आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक नये अभियान को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में तब सफलता मिलेगी, जब आत्मनिर्भर गांव और नगर बनेंगे। आत्मनिर्भर गांवों के लिए हमारी ग्राम पंचायतों को भी आत्मनिर्भर बनना होगा। जो भी ग्राम पंचायत अपने आपको आत्मनिर्भर बनाएगी, उसे स्मार्ट ग्राम पंचायत बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा अलग से धनराशि उपलब्ध करायी जाएगी। इसके माध्यम से स्मार्ट गांव को एक अच्छे मॉडल के रूप में प्रदेश व देश के सामने रखने का कार्य किया जाएगा। ऐसे ही जो नगर निकाय स्वयं को आत्मनिर्भर बनाएगा, उसे स्मार्ट नगर निकाय बनाने के लिए राज्य सरकार अपने स्तर पर सहयोग करेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज भारत दुनिया की सबसे तेजी के साथ उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। भारत की अर्थव्यवस्था ने लम्बी छलांग लगायी है। 75 वर्ष पूर्व 200 से 250 वर्षाें तक ब्रिटेन की पराधीनता में रहने के कारण, लोग यह मानते थे कि भारत कुछ नहीं कर पाएगा। लेकिन भारत के यशस्वी नेतृत्व ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए भारत को दुनिया की 5वीं अर्थव्यवस्था बनाया है। भारत का यह उभार इस बात को प्रमाणित करता है कि वर्तमान सदी में प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत के रूप में स्थापित करने में मदद मिलेगी। सभी भारतीयों के मन में यह तमन्ना है कि देश विकसित हो। देश विकास करेगा, तो हर व्यक्ति विकास करेगा। विकास की योजनाओं का लाभ समाज के सभी तबकों को प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपने देश के बारे में सकारात्मक सोच के साथ सभी को जुड़ना होगा। आज एक प्रदर्शनी में उन्होंने बेसिक शिक्षा के बच्चों के मन में विज्ञान, तकनीक व भाषा के प्रति आधुनिक बोध को महसूस किया है। यह इसलिए है क्योंकि उन्हें इस प्रकार का मंच मिल रहा है। कुछ कर गुजरने की एक चाहत उनके मन में है। शासन व प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर इस प्रकार के भाव पैदा किये हैं। उनके परिणाम भी हम सबको देखने को मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार हर व्यक्ति तथा जरूरतमन्द के साथ खड़ी है। सभी को सुरक्षा की गारण्टी दी जा रही है। कानून की दृष्टि में जाति, मत, मजहब, क्षेत्र व भाषा के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा है, लेकिन कानून के साथ खिलवाड़ करने की छूट भी किसी को नहीं दी जा सकती। कानून का राज प्रत्येक स्थिति में लागू होगा, यह सरकार का संकल्प है। इस संकल्प के साथ प्रदेश की 25 करोड़ जनसंख्या को सुरक्षा प्रदान करना सरकार का नैतिक दायित्व है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र के लिए उत्तर प्रदेश मातृभूमि योजना लाने जा रही है। इस योजना के अन्तर्गत कोई भी नागरिक अपने पूर्वज के नाम पर कोई सार्वजनिक कार्य प्रारम्भ करा सकता है। जो लोग स्मार्ट विद्यालय, स्किल डेवलपमेंट, सामुदायिक भवन आदि का निर्माण कराना चाहते हैं, वे शासन की इस योजना से स्वयं को जोड़ सकते हैं। सार्वजनिक कार्य की लागत का 50 प्रतिशत प्रदेश सरकार वहन करेगी। साथ ही, प्रदेश सरकार सम्बन्धित व्यक्ति के पूर्वज के नाम से शिलापट्ट लगाने का कार्य करेगी। यह योजना पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता दर्शाने के साथ-साथ विकास का भी माध्यम बनेगी। मुख्यमंत्री जी ने आह्वान किया कि सभी लोग इस कार्यक्रम से जुड़ें।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने ‘उत्तर प्रदेश में स्वतंत्रता संग्राम और जौनपुर की भूमिका’ विषयक पुस्तक का विमोचन किया। उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का अवलोकन किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गिरीश चन्द्र यादव ने कहा कि वर्ष 2017 से प्रदेश में विकास तीव्र गति से बढ़ा है। विकास के नित नये आयाम स्थापित किए जा रहे हैं। गरीबों के जीवन में बदलाव आए, यही संकल्प लेकर सरकार के द्वारा काम किया जा रहा है। जल्द ही उत्तर प्रदेश, उत्तम प्रदेश बनेगा। प्रदेश में पारदर्शिता के साथ युवाओं को रोजगार दिया जा रहा है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने उमा नाथ सिंह स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। उन्होंने लैब, म्यूजियम, डीमॉन्सटेªशन कक्ष सहित विभिन्न कक्षों का अवलोकन करते हुए ओ0पी0डी0 में मरीजों से वार्ता कर उनकी बीमारी के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने भवन निर्माण कार्य को तीव्र गति से पूर्ण करने लिए कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री जी द्वारा सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लाण्ट पंचहटिया का भी निरीक्षण किया गया। उन्हांेने प्लाण्ट की क्रियाशीलता के सम्बन्ध मंे जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री जी के द्वारा आज लोकार्पित की गयी विकास परियोजनाओं में विकासखंड धर्मापुर के ग्राम चौरसण्ड में वृहद गो-संरक्षण केन्द्र, राजकीय इंटर कॉलेज केराकत, लपरी-जपटापुर के मध्य नाले पर बॉक्स कलवर्ट तथा पहुंच मार्ग, उचौरा निभापुर-कबीरपुर मार्ग के किमी से निकलकर सतहरिया-बनिया बस्ती संपर्क मार्ग, सेऊर रामनगर-नेवढ़िया तरती मार्ग के किमी 04 से परेवा हरिजन बस्ती संपर्क मार्ग का निर्माण कार्य सम्मिलित हैं।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री जी द्वारा शिलान्यास की गयी विकास परियोजनाओं में मलेथू-चौरी मार्ग के वरुणा नदी पर सेतु, पहुंच मार्ग एवं सुरक्षात्मक कार्य, नगेसरा पुरेलला गांव के मध्य नगेसरा घाट पर बसुही नदी पर सेतु, पहुंच मार्ग एवं सुरक्षात्मक कार्य, कस्तूरबा गांधी विद्यालय (मुंगराबादशाहपुर, सुजानगंज, मछलीशहर, मड़ियाहूं एवं जलालपुर) में छात्रावास, कस्तूरबा गांधी विद्यालय (महराजगंज, करंजाकला एवं सुइथाकला) में छात्रावास एवं एकेडमिक ब्लॉक, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, मल्हनी का निर्माण, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिकरारा को उच्चीकृत करते हुए 100 शैय्यायुक्त चिकित्सालय का निर्माण, 132 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र मुंगराबादशाहपुर (उकनी) से 33/11 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र सीड, सतहरिया हेतु नई 33 के0वी0 लाइन का निर्माण तथा 60 ग्राम पंचायतों में ग्रामीण जलापूर्ति की योजनाएं शामिल हैं।