देहरादून: जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की निदेशक सुश्री अक्षरा दलाल को हाल ही में अहमदाबाद में आयोजित सीआईआई गुजरात ऐजुकोन 2019 में पैनलिस्टों के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस सम्मेलन का उद्देश्य उच्च शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार लाना और नवीनता की ओर ध्यान देना था। सम्मेलन में गुजरात सरकार के शिक्षा मंत्री, माननीय श्री भूपेन्द्रसिंह चुडासमा ने भी भाग लिया। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े अनेक शैक्षणिक संस्थान के प्रमुख भी इस सम्मलेन का हिस्सा बनें।
इस वर्ष के सम्मेलन का विषय था श्कौशल आधारित शिक्षा पर जोर देना जिससे रोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा मिल सकेंश्। सम्मलेन में भारत के शीर्ष शिक्षाविदों ने कौशल आधारित शैक्षिक कार्यक्रमों पर विचार-विमर्ष किया, जो छात्रों को रोजगारपरक बनाने में मदद करें। विशेषज्ञों के अनुसार, कौशल आधारित शैक्षिक पाठ्यक्रमों को हर संस्थान में अनिवार्य किया जाना चाहिए। हमारे देश का शिक्षा क्षेत्र बदलाव के दौर से गुजार रहा है, और इस वक्त हम शिक्षा के पुराने तरीकों को बदल कर उसे रोजगारपरक बना सकतें हैं।
जेडी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की निदेशक सुश्री अक्षरा दलाल ने कहा, आज के समय में हम खुद को शिक्षित करने के अपने पारंपरिक तरीकों को नहीं अपना सकते। इन तरीकों से हमें ज्ञान का सिर्फ सीमित स्रोत ही प्राप्त होता है। हमें ज्यादा से ज्यादा सिखने की कोशिश करनी चाहिए। शिक्षण और प्रशिक्षण संस्थानों को बच्चों को पढ़ाने के तरीकों में बदलाव लाना होगा, ताकि इन संस्थानों से ग्रेजुएशन करने वाले छात्रों के हाथों में कला उत्पन हो सकें और वे रोजगार प्राप्त कर पाएं।
इस सम्मेलन में भाग ले रहें शिक्षाविदों ने स्कूलों से लेकर उच्च शिक्षा तक, शिक्षा के सभी स्तरों पर कौशल आधारित शिक्षा के लिए एक रूपरेखा विकसित करने पर सहमति दी।