लखनऊ: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमाशंकर यादव ने पत्रकारों की गंभीर समस्याओं का जिक्र करते हुए पत्रकारों को कोरोना वारियर्स का दर्जा देने 50 लाख का बीमा कवर और दायित्व निर्वहन के दौरान निधन होने पर परिजनों को 25 लाख की विशेष आर्थिक मदद देने की केन्द्र और प्रदेश सरकार से मांग की है। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में मीडिया को चतुर्थ स्तंभ माना जाता है । विधायिका कार्यपालिका और न्यायपालिका को पेंशन की सुविधा है लेकिन इस चौथे स्तंभ में कार्यरत पत्रकारों को पेंशन की सुविधा नहीं है उन्हें भी पेंशन की सुविधा से आच्छादित करने का निर्णय लिया जाए।
श्री यादव ने कहा है कि देश मे या देश पर कोई भी संकट हो पत्रकार अपने मोर्चे पर हर तरह से डटा रहता है । जनता की खबर सरकार तक और सरकार की खबर जनता तक पहुचाता है दायित्वों से भटकने वालों की खबर भी लेता है इसलिए वह बहुतों को खटकता भी है इससे उन्हें कई बार इसकी बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ती है और लोकतंत्र में इसी उपयोगिता को देखते हुए मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ भी कहा जाता है, कोरोना के इस दुष्काल में पत्रकार अग्रिम मोर्चे पर जूझ रहा है। राजधानी, महानगरों ,नगरों तक ही नहीं कस्बा, शहर और गांव में एक अदद कलम एक अदद मोबाईल, और एक कैमरे के भरोसे हर मोर्चे पर डटा दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि इसमे बहुत बड़ी संख्या में पत्रकारों को वेजबोर्ड का लाभ नहीं मिलता अपितु प्रबंधन की कृपा पर भुगतान पाते हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना की इस महामारी से निपटने में स्वास्थ्य कर्मियों, निकाय कर्मियों और पुलिस बलो को वारियर्स का दर्जा दिया गया है उसी तरह पत्रकारों को भी वारियर्स का दर्जा दिया जाय और उन्हें भी 50 लाख का बीमा कवर और अन्य सुविधायें दी जायें।