लखनऊ: सहायता प्राप्त विद्यालयों की समस्याओं को दूर करने हेतु शासन प्रतिबद्ध है। सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ शासन शिक्षकों, प्रबन्धकों को साथ में लेकर शिक्षा की
समस्याओं को दूर करेगा। हम सब मिलकर विद्यालयों की खोई हुई प्रतिष्ठा को वापस लायेंगे। समाज के लिए कुछ करने की भावना ने बड़ी-बड़ी संस्थाओं का निर्माण किया।
यह उद्गार आज यह अग्रसेन इण्टर कालेज, मोतीनगर, में आयोजित अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय प्रबंधक सभा में मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री जितेन्द्र कुमार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने चयन बोर्डों द्वारा धीमी गति से शिक्षकों के चयन की गति को सुधारने का आश्वासन देते हुए कहा कि शीघ्र ही चयन आयोग/बोर्ड का गठन पूर्ण कर चयन प्रक्रिया को गतिशील किया जाएगा। 01 जुलाई तक दस हजार शिक्षक माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड द्वारा चयनित कर महाविद्यालयों में पठन-पाठन को सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा। उन्होने नकलविहिन परीक्षा करानें पर जोर देते हुए अच्छे शिक्षकों तथा छात्रों की भाॅति उत्कृष्ट योगदान देने वाले प्रबंधकों को सम्मानित करने का आश्वासन दिया।
प्रबन्धक सभा के अध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षा मंत्री तथा सदस्य विधान परिषद डा0 अशोक बाजपेई ने आशा प्रकट की कि अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों की समस्याओं के निराकरण से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को सुधारा जा सकता है। डा0 बाजपेई ने कहा कि अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय वंचित वर्ग के एक बड़े तबके को शिक्षित कर सुशिक्षित समाज को बनाने का काम कर सकते हैं। उन्होनें कहा शिक्षकों की कमी दूर कर, शिक्षाधिकारियों के व्यवहार को सुधार कर, शिक्षण संस्थानों को बचाया जा सकता है।