नई दिल्ली: केन्द्रीय पर्यटन मंत्री श्री के. जे. अल्फोंस ने आज “स्टैच्यू ऑफ यूनिटी”, केवडिया, गुजरात में राष्ट्रीय पर्यटन सलाहकार परिषद (एनटीएसी) की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की। एनटीएसी पर्यटन मंत्रालय की वैचारिक संस्था के रूप में कार्य करता है और सरकार को पर्यटन से संबंधित विभिन्न नीतिगत मामलों में सलाह देता है। इस बैठक में पर्यटन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, यूएनडब्ल्यूटीओ के प्रतिनिधि और पर्यटन से संबंधित विभिन्न हितधारकों, जैसे केंद्रीय मंत्रालयों के प्रतिनिधियों, पर्यटन उद्योग से संबंधित संस्थाएं, पर्यटन क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञ, आदि ने भाग लिया।
इस बैठक को संबोधित करते हुए, मंत्री ने मंत्रालय की उपलब्धियों और पर्यटन के विकास एवं संवर्धन के लिए सरकार द्वारा की गई हालिया पहलों की व्यापक रूप से तैयार रूपरेखा के बारे में विस्तार से बताया। हाल के वर्षों में वैश्विक स्तर पर देश के उत्कृष्ट प्रदर्शन का उल्लेख करते हुए मंत्री ने कहा कि भारत विश्व यात्रा और पर्यटन परिषद (डब्ल्यूटीटीसी) पावर और प्रदर्शन सूचकांक में 2017 में 7 वें पायदान से चढ़कर 2018 में तीसरे पायदान पर आ गया है जिसका प्रभाव हमारे नागरिक विमानन क्षेत्र पर भी तेजी से पड़ा है ।
श्री के. जे. अल्फोंस ने कहा, ‘समाज के सभी वर्गों को रोजगार देते हुए पर्यटन क्षेत्र ने पिछले चार वर्षों में देश में लगभग 14 मिलियन नौकरियां पैदा की हैं’। मंत्री ने आशा व्यक्त की कि देश की अविश्वसनीय पर्यटन क्षमता और उत्कृष्ट आतिथ्य एवं तेजी से विकसित हो रहे बुनियादी ढांचे तथा कनेक्टिविटी के कारण आने वाले समय में बेहतर विकास हासिल करेगा।
पर्यटन सचिव श्री योगेन्द्र त्रिपाठी ने इस प्रभावी विचार मंथन सत्र के लिए सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद देते हुए कहा कि मंत्रालय एक समर्थक के रूप में कार्य करता है और सभी सुझावों और सिफारिशों को आगे बढ़ाने का काम करता है। सचिव ने यह भी कहा कि मंत्रालय द्वारा अपनी दो प्रमुख योजनाओं, स्वदेश दर्शन और प्रसाद के माध्यम से बहुत ही विशिष्ट पर्यटन अवसंरचना विकास किया गया है, जिसके तहत क्रमशः 6121.69 करोड़ रूपए की लागत से 77 और 832.35 करोड़ रूपए की लागत की 27 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है।
एनटीएसी के दूसरे सत्र में गुजरात पर्यटन के अधिकारियों को शामिल किया गया था, जिसमें चर्चा का मुख्य उद्देश्य स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लिए पर्यटकों की संख्या बढ़ाना उद्देश्य था और साथ ही कैसे इसे प्रति वर्ष 5 मिलियन तक पहुंचाया जाए, इस पर भी विचार करना था। सत्र के दौरान, मेजबान राज्य गुजरात ने इस मामले पर प्रस्तावित पहल की व्याख्या करते हुए एक प्रस्तुति दी। एनटीएसी की बैठक हितधारक प्रतिनिधियों द्वारा ’स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के दौरे से पहले की गई थी ताकि इस स्थल पर पर्यटक की संख्या को बढ़ाने के लिए आवश्यक कदमों पर प्रभावी ढंग से चर्चा की जा सके।
वर्तमान एनटीएसी का गठन 27 अक्टूबर, 2016 को 3 वर्षों के कार्यकाल के लिए पर्यटन मंत्री की अध्यक्षता में किया गया था। वर्तमान में, पर्यटन मंत्रालय के अलावा 12 हितधारक केंद्रीय मंत्रालय, यात्रा और पर्यटन प्रबंधन के क्षेत्र के 16 विशेषज्ञ और समिति के सदस्यों के रूप में उद्योग संघों से जुड़े 7 पदेन सदस्य हैं। वर्तमान एनटीएसी की पहली बैठक 12 अप्रैल, 2018 को आयोजित की गई थी।