लखनऊ: प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी कामधेनु/मिनी कामधेनु योजनान्तर्गत अब तक स्थापित डेयरी इकाइयों से प्रतिदिन 2.15 लाख लीटर अतिरिक्त दुग्ध का उत्पादन किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने पशुपालन के क्षेत्र में उद्यमिता विकास हेतु उच्च नस्ल के पशुओं की अधिक से अधिक डेयरी इकाइयाँ स्थापित करने के उद्देश्य से कामधेनु डेयरी योजना (100 गाय/भैंस) तथा मिनी कामधेनु डेयरी योजना (50 गाय/भैंस) संचालित की है।
निदेशक पशुपालन विभाग डा0 रूद्र प्रताप ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक कामधेनु योजनान्तर्गत 125 डेयरी तथा मिनी कामधेनु योजनान्तर्गत 487 डेयरी इकाइयाँ क्रियाशील हो चुकी हैं। कामधेनु योजना के तहत 425 यूनिटों की स्थापना के सापेक्ष 408 लाभार्थियों का चयन किया जा चुका है, जिसमें से 214 लाभार्थी पशुपालकों को बैंक से ऋण भी स्वीकृत हो चुका है।
डा0 प्रताप ने बताया कि मिनी कामधेनु योजनान्तर्गत 2500 यूनिटों की स्थापना के सापेक्ष 2407 लाभार्थियों का चयन किया जा चुका है। जिसमें से 1136 लाभार्थियों को बैंक से ऋण स्वीकृत हो गया है। उन्होंने बताया कि स्थापित डेयरी इकाइयों के लिए कुल 17,939 दुधारू पशुओं का क्रय प्रदेश के बाहर से किया गया है, जिसमें से 6,639 भैंस तथा 11,040 गाय हैं।