नई दिल्ली: कानपुर के पुखरायां में हुई रेल दुर्घटना स्थल पर आज सुबह से ही व्यापक स्तर पर विशाल बहु बहु-एजेंसी अभियान जारी है। पटना-इंदौर एक्सप्रेस की दुर्घटनाग्रस्त बोगियों में फँसे पीड़ितों को निकलने के लिए एनडीआरएफ के 5 खोज और बचाव दल निरंतर प्रयासरत हैं।
एनडीआरएफ की टीमें अत्याधुनिक उपकरणों से लैस प्रशिक्षित कार्मिकों के साथ बिना रूके बचाव और खोज अभियान चला रही हैं। एनडीआरएफ कार्मिक पीड़ितों को सुरक्षित निकालने के लिए नवीनतम उपकरणों की मदद बोगियां काट रहे हैं। इसके अलावा, एनडीआरएफ की खोज और बचाव टीमों के द्वारा जीवित लोगों की खोज के लिए तकनीकी टीमों का भी उपयोग किया जा रहा है।
खोज और बचाव कार्य के अलावा, एनडीआरएफ के चिकित्सा दल घायल पीड़ितों को अस्पताल से पूर्व इलाज प्रदान करने और उन्हें करीबी अस्पताल में भेजने के लिए स्थानीय प्रशासन की मदद भी कर रहे हैं।
एनडीआरएफ के महानिदेशक श्री आर.के.पचनंदा घटनास्थल पर चल रहे बचाव अभियान की निगरानी के लिए एनडीआरएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यक्तिगत रूप उपस्थित है।
एनडीआरएफ की त्वरित प्रतिक्रिया के कारण, अब तक 16 गंभीर रूप से घायलों सहित 54 यात्रियों को बचा लिया गया है। इसके अलावा 31 यात्रियों के शवों को भी निकाला गया है। अभियान अभी भी जारी है।
एनडीआरएफ का एक 24×7 नियंत्रण कक्ष किसी भी स्थिसति से निपटने के लिए निरंतर निगरानी कर रहा है और रेल अधिकारियों एवं स्थानीय नागरिक प्रशासन के साथ संपर्क बनाए हुए है।