बेंगलूरू: कर्नाटक यूनियन आॅफ वर्किंग जर्ननिस्ट्स (केयूडब्ल्यूजे) का 32वां वार्षिक अधिवेशन गत सप्ताह हासन नगर में सम्पन्न हुआ। चालीस जिलों से 1200 प्रतिनिधि शरीक हुए थे। इसमें पड़ोसी राज्य तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल आदि से भी पदाधिकारी गण शामिल हुए थे। आईएफडब्ल्यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष साथी के. विक्रम राव विशिष्ट अतिथि रहे।
कर्नाटक के कांग्रेसी मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने इस तीन दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। उनकी काबीना के सूचना व जनसम्पर्क, स्वास्थ्य और लोकनिर्माण मंत्रियों ने भी सम्बोधित किया। ‘‘मीडिया के दायित्व बोध’’ पर परिसंवाद आयोजित हुआ जिसमें बेंगलूरू के समाचार पत्र संस्थान तथा न्यूज चैनल के ब्यूरो प्रमुखों ने भाग लिया। आईएफडब्ल्यूजे के विदेशी मामलों वाली समिति के सचिव मदन गौड़ा ने संचालय किया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने साथी विक्रम राव की मांग का समर्थन किया कि भारतीय प्रेस काउंसिल को खत्म कर उसकी जगह मीडिया काउंसिल गठित हो। इसमें समाचार चैनल के कर्मी भी शामिल किये जाएं। समापन समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवे गौडा मुख्य अतिथि थे।
यूनियन के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एन. राजू तथा महामंत्री एम.एस. मणि ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से अनुरोध किया कि फेडरेशन का प्रतिनिधि संवेदन इस वर्ष दिसम्बर माह में ऐतिहासिक नगर हाम्पी अथवा बेलगाम आयोजित हो। साथी विक्रम राव ने बेलगाम को स्वीकारा है। यह तीर्थ नगरी शिरड़ी और पर्यटकों के स्वर्ग गोवा के निकट है। महाराष्ट्र, कर्नाटक तथा गोवा के तिराहे पर स्थित बेलगाम में करीब हजार पत्रकार प्रतिनिधियों को ठहराया जा सकता है। यहां दिसम्बर माह में मौसम गुलाबी रहता है। तापमान मात्र 22 डिग्री सेल्सियस तक रहता है।