कार्तिक मास की कार्तिक पूर्णिमा कई मान्य में बहुत महत्वपूर्ण है और इस बार कार्तिक पूर्णिमा 12 नवंबर यानी आज है। इस पूर्णिमा का शैव और वैष्णव, दोनो ही सम्प्रदायों में बराबरा का महत्व है। माना जाता है कि इस दिन शिव जी ने त्रिपुरासुर नामक राक्षस का वध किया था और विष्णु जी ने मतस्य का अबतार लिया था। और इसी दिन गुरुनानक देव का जन्म भी हुआ था।
पवित्र नदी में करें स्नान
कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का महत्व है और दीपदान का भी विशेष महत्व है। इस दिन अगर दान किया जाए तो जिवन में सुख-समृद्धि बना रहता है। इस दिन दान करने से ग्रहों की समस्या को दूर किया जा सकाता है।
नियम और तरिके से करें स्नान
माना जाता है कि इस दिन गंगा जैसी पवित्र नदी में लोग स्नान करते है। इसके लिए नियम और तरीके से स्नान करें। और स्नान के ओणबाद सूर्य को अर्ध्य दें। साफ या सफेद वस्त्र धारण करे फिर मंत्रों का जाप करें। मंत्र जाप के बाद अपनी श्रमता अनुसार दान करें। लोग अगर चाहे तो इस दिन जल और फल का ग्रहण करके उपवास भी रख सकते है।