कर्नाटक चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यलाय में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हुए हादसे पर भी दुख जताया. कार्यकर्ताओं को संबोधित करने की शुरुआत में ही पीएम मोदी ने कहा कि इस हादसे से मन भारी है.
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में ही कहा कि एक तरफ कर्नाटक की विजय की खुशी है तो दूसरी ओर मन पर भारी बोझ है. घटना पर दुख जताते हुए पीएम ने कहा कि पुल गिरने से हुए हादसे में कई लोग दब गए. उन्होंने कहा जिन परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर सेना और स्थानीय अधिकारियों से बात की है और उन्हें पीड़ित लोगों को हर मुमकिन मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं.
I spoke to UP CM Yogi Adityanath Ji regarding the situation due to the collapse of an under-construction flyover in Varanasi. The UP Government is monitoring the situation very closely and is working on the ground to assist the affected.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 15, 2018
मंगलवार शाम को ही वाराणसी में एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर का हिस्सा गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि मलबे के नीचे अभी भी कुछ लोग दबे हो सकते हैं. इस फ्लाईओवर का निर्माण कैंट रेलवे स्टेशन के पास किया जा रहा था. वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है.
मोदी का काशी प्रेम
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में वाराणसी और गुजरात के वडोदरा से चुनाव लड़ा था. वाराणसी में मिली भारी जीत के बाद मोदी ने वडोदरा सीट छोड़ दी थी. पीएम जब से काशी के सांसद बने हैं, तब से इस जिले पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं. साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की कई विकास परियोजनाओं का काम भी वाराणसी में किया जा रहा है.
मोदी सरकार की विदेश नीति में भी वाराणसी बड़ा भागीदार रहा है. प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में कई विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को लेकर जा चुके हैं. इसके अलावा जापान के शहर क्योटो की तर्ज पर मोदी सरकार ने वाराणसी का विकास करने का संकल्प भी लिया है. Aajtak