देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केदारनाथ जाने वाले 9 ट्रैकों के लिए हिटो- केदार अभियान का फ्लैग-आॅफ किया। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद व गढ़वाल मंडल विकास निगम के सहयोग से मांउटेनियर्स एंड टैªकरर्स एसोसियेशन, उत्तराखंड द्वारा आयोजित यह ट्रेकिंग अभियान 2 अक्टूबर से आंरभ होकर 8 अक्टूबर 2016 को एक साथ केदारनाथ में समाप्त होंगे।
अभियान का फ्लेग आॅफ करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड को ट्रेकिंग पेरेडाईज बनाने के लिए हरसम्भव प्रयास किया जा रहा है। पर्यटन विभाग को 80 ट्रेकिंग रूट विकसित करने के निर्देश दिए गए हैं। अभियान के लिए बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में एडवेंचर टूरिज्म की अपार सम्भावनाएं हैं। हिमालय का एक बड़ा भाग अभी भी अनछुआ है। यहां के बुग्याल, झीलें, घाटियां हर किसी को अपनी आरे खींचती हैं। ट्रेकिंग रूट पर पशु-पक्षियों, तितलियों की कई प्रकार की प्रजातियां देखने को मिलती हैं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य में ट्रेकिंग के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। परंतु इसे स्थानीय युवकों की सहभागिता से व्यवस्थित रूप दिए जाने की आवश्यकता है। साथ ही इसका व्यापक प्रचार प्रसार करने की भी जरूरत है। हिमालय का सकारात्मक पक्ष भी दुनिया के सामने जाना चाहिए।
अभियान के संयोजक मनोज रावत ने बताया कि ‘‘हिटो-केदार’’ अभियान के तहत केदारनाथ तक जाने वाले 9 ट्रैकों पर स्थानीय युवाओं की मदद से टैªकिंग का आयोजन किया गया है। ये हैं-
1. दे0दून- सीतापुर – गौरीकुंड – केदारनाथ- गौरीकुंड – दे0दून ।
2. दे0दून- गौरीकुंड – केदारनाथ-वासुकी-केदारनाथ- गौरीकुंड -दे0दून
3. दे0दून- घुत्तु- त्रिजुगीनारायण -केदारनाथ – गौरीकुंड -देहरादून
4. दे0दून – चैमासी – बलजितिया – केदार – गौरीकुंड – दे0दून
5. दे0दून – त्रिजुगीनारायण – केदारनाथ – गौरीकुंड – दे0दून
6. दे0दून – रांसी – मनणी- विशाली- केदारनाथ – गौरीकुंड – दे0दून
7. दे0दून – चैमासी – रामवाड़ा- केदार – गौरीकुंड – दे0दून
8. दे0दून – शेरसी- झंडीटाप – वासुकी-केदारनाथ -चैमासी – दे0दून
9. दे0दून – चोपता -रांसी – केदारनाथ- गौरीकुंड – दे0दून।
इसके आयोजक मांउटेनियर्स एंड ट्रेकरर्स एसोसियेशन, उत्तराखंड, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद, गढ़वाल मंडल विकास निगम हैं। इसमें रांसी, गौंडार, चैमासी, त्रिजुगीनारायण, सेरशी, गौरीकुंड के युवा, गाइड व पोर्टर, रांसी , चैमासी, त्रिजुगीनारायण के गांववासी भी शामिल होंगे। ट्रेकर्स गांवों में होम-स्टे के तहत रूकेंगें और अपने रहने व खाने का भुगतान स्थानीय लोगों को करेंगे।
इस अवसर पर माउंटेनियर्स एंड ट्रेकर्स एसोसिएशन के पैटर्न कर्नल के.यस. मल्ल सहित अन्य विशिष्टगण उपस्थित थे।
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