केरल ने रविवार को विवेकानंद युवा भारती खेल स्टेडियम में खेले गए फाइनल में बंगाल को पेनाल्टी शूटआउट में 4-2 (2-2) से छठी बार संतोष ट्रॉफी का खिताब जीत लिया। केरल ने 13 साल बाद संतोष ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। इससे पहले केरल ने आखिरी बार साल 2005 में ये खिताब जीता था।
केरल ने मैच की अच्छी शुरुआत की और जितिन एम.एस ने 19वें मिनट में गोल दागकर मेहमान टीम को 1-0 से आगे कर दिया। दूसरा हाफ बंगाल के लिए शानदार रहा और 68वें मिनट में कप्तान जीतेन मुर्मू ने गोल करके मेजबान टीम को बराबरी पर ला खड़ा किया। निर्धारित समय तक दोनों टीमों 1-1 गोल के साथ बराबरी पर थी।
अतिरिक्त समय के पहले हाफ में भी कोई टीम गोल नहीं कर पाई लेकिन दूसरे हाफ के 118वें मिनट विबिन ने गोल दागकर केरल को बढ़त दिला दी। बंगाल को दूसरे हाफ के इंजुरी टाइम के फ्री-किक मिली जिसे गोल में डालकर र्तीथांकर ने स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया, जिसके बाद मैच पेनल्टी शूटआउट में गया जहां केरल ने 4-2 से बाजी मारते हुए संतोष ट्रॉफी पर कब्जा किया।
गौरतलब है कि संतोष ट्रॉफी के 72 वर्षो के गौरवशाली इतिहास में बंगाल और केरल सबसे सफल टीमों में से रही हैं। बंगाल ने 32 बार खिताब अपने नाम किया है। इसके अलावा पंजाब ने आठ बार यह खिताब अपने नाम किया है। गोवा और सर्विसेज ने भी पांच-पांच खिताबी जीत दर्ज की है।