खटीमा/देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खटीमा में राणा थारू परिषद द्वारा महाराणा प्रताप की जयन्ती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप साहस, त्याग एवं बलिदान के साक्षात मूर्ति थे। महाराणा प्रताप ने आजादी की लौ जागृत की।
उनके त्याग एवं बलिदान को कोई भी सभ्यता भुंला नही सकती है। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की बीरता की गाथायें आज भी लोग याद करते है। हर समाज के लोग उनको मानते थे, उनकी सेना में दलित, भील समुदाय के साथ ही अन्य समाज के लोग भी थे। मुख्यमंत्री श्री रावत ने महाराणा प्रताप की मूर्ति पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने आयोजकों को बधाई देते हुये कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है, कि उन्होंने अपनी थारू विरासत को सहेज कर रखा है। प्रत्येक समाज का कर्तव्य है कि वह अपनी विरासत के सम्वर्धन व संरक्षण के लिये प्रयत्नशील रहे। उन्होंने कहा कि सरकार थारू समाज के साथ ही प्रत्येक प्रदेशवासी के सर्वागीण विकास के लिये प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिये कई घोषणाएं की। उन्होंने गठित थारू महिला स्वयं सहायता समूहों एवं महिला मंगल दलों को 75-75 हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। इसके साथ ही खटीमा में तीन आश्रम पद्धति विद्यालयों को उच्चीकृत किये जाने, नानकमत्ता में महिला आईटीआई स्थापित करने, राणा थारू विकास परिषद भवन में महाराणा प्रताप के साथ ही उनकी पत्नी की भी प्रतिमा स्थापित किये जाने, मेला घाट से ममता नर्सिग होम के इशा खां के मकान तक 280 मीटर नाला निर्माण किये जाने, महाराणा प्रताप जयन्ती मनाये जाने के लिये प्रतिवर्ष 2 लाख रुपये की धनराशि दिये जाने, सीमान्त ग्राम बग्घा में सडक निर्माण की स्वीकृति की घोषणा की। ग्राम रतनपुरा में खेल के मैदान की मांग पर मुख्यमंत्री ने खेल के मैदान हेतु प्रस्ताव तैयार कर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये। सैजना व पहेनिया के मध्य गन्ना केन्द्र खोला जायेगा। इसके लिए जिलाधिकारी के माध्यम से प्रस्ताव भेजने को कहा। उन्होंने महाराणा प्रताप की विरासत को बनाये रखने के लिये सिडकुल के अधिकारियों को अपने संसाधनों से सिडकुल क्षेत्र में ही संग्रहालय/पुस्तकालय बनाने के निर्देश दिये। श्री रावत ने थारू समाज की महिलाओ द्वारा तैयार की जा रही हस्तशिल्प उत्पादों को बाजार देने के लिये जनपद में मुख्य स्थान पर क्रय केन्द्र उपलब्ध कराने की बात कही। उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश दिये कि थारू, बुक्सा समाज की प्रतिभाओं को तरासने के लिये अलग से कोष स्थापित किया जाय। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि गरीबों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ शीघ्र मिले, लिहाजा स्वास्थ्य बीमा कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लायी जाय।
कार्यक्रम में परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह राणा, उपाध्यक्ष गोपाल सिंह राणा व ब्लाक प्रमुख दानसिंह राणा, उपाध्यक्ष युवा कल्याण परिषद हरीश बोरा, उपाध्यक्ष सफाई कर्मचारी संघ सन्तोष गौरव, निर्माण सलाहकार समिति के महेश जोशी ने भी विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर हरीश पनेरू, सुरेश गंगवार, नारायण सिंह बिष्ट, राजू जुनेजा, साहव सिंह के अलावा संगठन के तमाम पदाधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने इससे पूर्व आकाश होण्डा शोरूम का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस मौके पर शोरूम के स्वामी चैधरी देवेन्द्र सिंह, जितेन्द्र चैधरी, आकाश चैधरी भुवन कापरी आदि लोग उपस्थित थे।