नई दिल्ली: उत्तर भारतीय राज्यों के लिए बुलाई गयी औद्योगिक विकास नीतियों के और प्रोत्साहन के लिए कनफिडरेशन आॅफ इण्डियन इण्डस्ट्री के चैथे काॅन्क्लेव का आयोजन सीआईआई द्वारा दिल्ली स्थित होटल दि ललित में किया गया। इस आयोजन में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री हरीश रावत शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सिडकुल उत्तराखण्ड के वेब पोर्टल के नये कलेवर का उद्घाटन किया।
सीआईआई की बैठक में राज्यों की इण्डस्ट्रियल पाॅलिसी का प्रमोशन विभिन्न राज्यो द्वारा किया गया। मुख्यमंत्री ने बैठक में देश के औद्योगिक घरानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हो सकता है किसी को उत्तराखण्ड छोटा या नया होने के कारण आकर्षित न करता हो लेकिन उत्तराखण्ड ऐसा राज्य है जिसमें औद्योगिक इकाईयों के लिए अनुकूल माहौल है उत्तराखण्ड में कई राज्यों की अपेक्षा औसतन अधिक पाॅलिटेक्निक, आईटीआई, जिनमे देश की एक सर्वश्रेष्ठ संस्था आईआईटी भी शामिल है। उत्तराखण्ड का लाॅ-इन-आॅर्डर के बारे में कुछ बताने की जरूरत ही नहीं इसकी देशभर के राज्यो से तुलना किये जाने पर आप स्वयं यह अंतर अनुभव कर सकेंगंे। वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में अपार सम्भावनायें है जिसका मैं वर्तमान समय में विश्वास दिला सकता हूं। जैसे प्रत्येक राज्य की अपनी क्षमताऐं हैं वैसे ही उत्तराखण्ड की भी अपनी अलग तरह की क्षमतायें हैं, जिसमें यहां के पाॅवर प्रोजेक्ट एक विशेष भूमिका निभाते हैं।
किसी भी उद्योग को चलाने के लिए विद्युत महत्वपूर्ण कारक होता है, जिसके लिए उत्तराखण्ड में काफी सम्भावनायें हैं। सीआईआई की इस बैठक में उत्तराखण्ड की वित्त मंत्री इन्दिरा हृदयेश, मुख्य सचिव राकेश शर्मा, सचिव एमएसएमई मनीषा पंवार, मैनेजिंग डायेरेक्टर सिडकुल डाॅ0 आर0 राजेश कुमार ने उद्योगपतियों को उत्तराखण्ड में अपने उद्योगों को लगाये जाने हेतु आमंत्रित किया। जिसके लिए उत्तराखण्ड के औद्योगिक वातावरण सबसे महत्वपूर्ण है।
किसी भी उद्योग को चलाने के लिए विद्युत महत्वपूर्ण कारक होता है, जिसके लिए उत्तराखण्ड में काफी सम्भावनायें हैं। सीआईआई की इस बैठक में उत्तराखण्ड की वित्त मंत्री इन्दिरा हृदयेश, मुख्य सचिव राकेश शर्मा, सचिव एमएसएमई मनीषा पंवार, मैनेजिंग डायेरेक्टर सिडकुल डाॅ0 आर0 राजेश कुमार ने उद्योगपतियों को उत्तराखण्ड में अपने उद्योगों को लगाये जाने हेतु आमंत्रित किया। जिसके लिए उत्तराखण्ड के औद्योगिक वातावरण सबसे महत्वपूर्ण है।