नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को जानकारी दी कि देश में 24 घंटे के अंदर कोरोना वायरस के संक्रमण के 909 मामले सामने आए जबकि 34 लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद भारत में संक्रमित लोगों की संख्या 8300 के करीब पहुंच गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 (Covid-19) के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होती है तो उस स्थिति को ध्यान में रखकर अतिरिक्त तैयारी कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 29 मार्च को हमारे यहां कोरोना वायरस के 979 पॉज़िटिव केस थे, अब ये बढ़कर 8356 हो गए हैं. अभी तक 273 लोगों की जान जा चुकी है. इसमें से 20 प्रतिशत केस में आईसीयू सपोर्ट की जरूरत होती है. इसलिए आज तक 1671 लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट और क्रिटिकल केयर ट्रीटमेंट की आवश्यकता पड़ी. यह आंकड़े बताना इसलिए जरूरी है, क्योंकि सरकार योजना बनाकर अतिरिक्त तैयारी कर रही है.
अग्रवाल ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय देश में कोविड-19 के परीक्षण की क्षमता को लगातार बढ़ाने की जरूरत पर बल दे रहा है, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण को खत्म करने के लिये यथाशीघ्र अंतिम संक्रमित व्यक्ति तक पहुंचना संभव हो सके. उन्होंने अमेरिका, इटली और फ्रांस सहित अन्य देशों की तुलना में कोरोना वायरस से संक्रमण की स्थिति भारत में नियंत्रित बताते हुये कहा कि देश में कुल मरीजों में 80 प्रतिशत से अधिक मरीज सामान्य लक्षण वाले हैं.
इलाज के इंतजामों को भी मांग की तुलना में पर्याप्त से अधिक बताते हुये उन्होंने कहा कि देश में कुल 1671 मरीज गंभीर श्रेणी में हैं और इनका सघन चिकित्सा केन्द्र (आईसीयू) में इलाज चल रहा है.
5000 ट्रेन कोचों के आईसोलेशन वॉर्ड में बदला गया
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि आने वाले हफ्ते में घरेलू जरूरत के लिए हमें 1 करोड़ हाईड्रोक्लोरोक्वीन टैबलेट की जरूरत पड़ेगी. अग्रवाल ने बताया कि 20,000 ट्रेन कोचों को आईसोलेशन वॉर्ड में तब्दील किया जा रहा है. पहले चरण में 5000 कोच बदले जा चुके हैं.
आईसीएमआर की ओर से डॉक्टर मनोज मुरहेकर ने कहा देश में अब तक 1,86,906 नमूनों की जांच की गई जिनमें से 7,953 कोविड-19 संक्रमित पाए गए. बीते पांच दिनों में औसतन 15,747 नमूनों की जांच रोजाना की गई और इनमें से रोज 584 नमूनों में संक्रमण की पुष्टि हुई. उन्होंने कहा 40 से ज्यादा वैक्सीन विकसित की जा रही हैं लेकिन उनमें से कोई भी अगली स्टेज तक नहीं पहुंच सकी है. फिलहाल अब तक कोई वैक्सीन नहीं है.
इंटर या इंट्रा स्टेट कार्गो की आवाजाही पर रोक नही
लव अग्रवाल ने आगे कहा 9 अप्रैल के आंकड़ों के अनुसार, अगर हमें 1,100 बेड की आवश्यकता थी, तो हमारे पास 85,000 बेड थे. आज जब हमें 1,671 बेड की आवश्यकता है, तब हमारे पास 601 कोविड समर्पित अस्पतालों में 1 लाख 5 हज़ार बेड हैं.
इस दौरान गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि मंत्रालय ने संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में लोगों को घर पर ही आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये राज्य सरकारों के साथ मिलकर उपाय किये हैं. साथ ही मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को आवश्यक वस्तुओं की अंतररज्यीय स्तर पर एवं राज्य की सीमा में आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये स्पष्टीकरण भेजा है कि लॉकडाउन के दौरान इस प्रकार की वस्तुओं की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है.
उन्होंने बताया कि इन दिनों लोगों के अपने कार्यालय के काम घर से ही करने, ऑनलाइन खरीदारी, और भुगतान में इजाफे के कारण साइबर अपराधों के बढ़ने की आशंका को देखते हुये मंत्रालय ने एहतियाती उपाय किये हैं. श्रीवास्तव ने कहा कि इसके लिये ‘साइबर दोस्त’ ट्विटर हैंडल के माध्यम से लोगों को साइबर सुरक्षा के उपाय बता रहे हैं. Source News18